प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में शनिवार दोपहर प्रदेश के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास करने के बाद एक रैली को संबोधित कर रहे थे ठीक उसी दौरान कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी भी काफी समय बाद अपने पुराने संसदीय क्षेत्र अमेठी दौरे पर थे.
जहां पीएम मोदी मंच से विपक्ष को ललकार रहे थे वहीं दूसरी ओर अमेठी में राहुल गांधी भाजपा सरकार पर हमला बोल रहे थे. राहुल गांधी ने इस शहर को अपना घर बताया. इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी साथ थीं.
राहुल गांधी ने इस दौरान कहा कि हिन्दू पूरी जिंदगी सच्चाई के रास्ते पर चलने में लगा देता. सच्चाई ढूंढने और उसके लिए लड़ने में लगा देता है. डर का सामना करता है, उसके सामने झुकता नहीं. डर को क्रोध और हिंसा में नहीं बदलने देता.
हिन्दुत्वत्वादियों का काम झूठ प्रयोग कर सत्ता छीनने का होता है. ये नफरत फैलाते हैं और सत्ता पाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं. राहुल ने कहा कि वो किसानों का हित बता कर 3 काले कानून लाए.
देश भर में किसानों ने विरोध किया तो साल भर बाद प्रधानमंत्री ने माफी मांगी, कहा गलती हो गई संसद में केंद्र सरकार ने कहा आंदोलन में कितने किसान शहीद हुए ये नहीं मालूम.
क्या छोटे दुकानदारों को नोटबंदी, जीएसटी का फायदा मिला? नोटबंदी, जीएसटी, कृषि कानूनों का एक ही लक्ष्य है, हम दो हमारे दो. नरेंद्र मोदी उनके लिए काम करते हैं और वो मोदी की मार्केटिंग में मदद करते हैं. अमेठी में कांग्रेस पार्टी ने आज जन जागरण अभियान चलाया. इस मौके पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने अमेठी में पदयात्रा निकाली.
बता दें कि अमेठी कांग्रेस का गढ़ रहा है. राहुल गांधी यहां से लोकसभा का चुनाव जीतते रहे हैं. लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी अमेठी से भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी से नाव हार गए थे. लेकिन 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल लगातार चुनाव जीते थे.
1999 में सोनिया गांधी यहां से चुनाव जीती थीं. इस लिहाज इस क्षेत्र में कांग्रेस की पकड़ मजबूत रही है. लेकिन 2019 से यहां कांग्रेस का प्रभाव कम हो रहा है. यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस नेतृत्व अपने इस गढ़ में फिर पार्टी की पकड़ मजबूत करना चाहता है. राहुल और प्रियंका की यात्रा को इसी नजरिए से देखा जा रहा है.