कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हर एक दिन अलग अलग विषयों पर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ निशाना साधते रहते हैं. हाल ही में आरआरबी एग्जाम को लेकर निशाना साधा था. इस दफा उन्होंने एलआईसी की 25 फीसद हिस्सेदारी बेचे जाने पर निशाना साधा है. राहुल गांधी कहते हैं कि यह समझ के बाहर है कि यह सरकार किस दिशा में आगे बढ़ रही है. मोदी सरकार को सलाह देने का अर्थ यह है कि वो आप को देशद्रोही मान बैठेंगे.
राहुल गांधी कहते हैं कि मोदी जी ‘सरकारी कंपनी बेचो’ मुहीम चला रहे हैं.खुद की बनाई आर्थिक बेहाली की भरपाई के लिए देश की सम्पत्ति को थोड़ा-थोड़ा करके बेचा जा रहा है.जनता के भविष्य और भरोसे को ताक पे रखकर एलआईसी को बेचना मोदी सरकार का एक और शर्मनाक प्रयास है. इससे पहले उन्होंने कहा था कि मोदी निर्मित आपदा के दौर से देश गुजर रही है.
इस सरकार को सभी समस्याओं का निदान सरकारी संपत्तियों को बेचने में नजर आ रहा है. देश के युवा नौकरी मांगते हैं तो नौकरी नहीं. देश के युवा अपनी बात कहने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं तो यह कवायद इस सरकार को पसंद नहीं आती है. वो कहते हैं कि देश की जनता देख रही है कि बेरोजगारी का आलम क्या है. जीडीपी शून्य ने 23 फीसद नीचे जा चुकी है. सरकारी नौकरी हो या प्राइवेट नौकरी, सरकार की नीतियों से सबकुछ खत्म हो रहा है. सरकार झूठे आंकड़ों के जरिए लोगों को भरमा रही है कि डरने की जरूरत नहीं है. लेकिन हकीकत वास्तव में गंभीर है.
मोदी जी ‘सरकारी कंपनी बेचो’ मुहीम चला रहे हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 8, 2020
खुद की बनायी आर्थिक बेहाली की भरपाई के लिए देश की सम्पत्ति को थोड़ा-थोड़ा करके बेचा जा रहा है।
जनता के भविष्य और भरोसे को ताक पे रखकर LIC को बेचना मोदी सरकार का एक और शर्मनाक प्रयास है। pic.twitter.com/W4OjDJ1nY7