रविवार कोपीएम मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए कई विषयों पर बात की. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यह वक्त स्थानीय खिलौनों के लिए आवाज बुलंद करने का है. प्रधानमंत्री ने स्थानीय खिलौनों की समृद्ध भारतीय परंपरा की विस्तृत चर्चा करते हुए रविवार को स्टार्ट-अप एवं नए उद्यमियों से खिलौना उद्योग से बड़े पैमाने पर जुड़ने का आह्वान किया. पीएम के इस बयान को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा है कि जेईई और नीट पर चर्चा करने की बजाय पीएम ने खिलौनों पर चर्चा की.
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, ”जेईई -नीट के उम्मीदवार प्रधानमंत्री से ‘परीक्षा पर चर्चा’ चर्चा चाहते थे, लेकिन पीएम ने ‘खिलौने पर चर्चा’ की.’ इसके साथ राहुल ने हैशटैग दिया- मन की बात नहीं, स्टूटेंड्स की बात. राहुल गांधी इससे पहले भी कोरोना महामारी के दौरान जेईई और नीट की परीक्षा कराने का विरोध कर चुके हैं. सरकार के फैसले का विरोध करते हुए शुक्रवार को उन्होंने कहा था कि सरकार को सभी पक्षों से बातचीत कर सहमति बनाते हुए कोई समाधान निकालना चाहिए.
‘मन की बात’ की 68वीं कड़ी में प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व खिलौना उद्योग सात लाख करोड़ रुपये से भी अधिक का है लेकिन इसमें भारत की हिस्सेदारी बहुत कम है.
उन्होंने कहा, ‘‘देश में स्थानीय खिलौनों की बहुत समृद्ध परंपरा रही है. कई प्रतिभाशाली और कुशल कारीगर हैं जो अच्छे खिलौने बनाने में महारत रखते हैं. लेकिन आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि विश्व खिलौना उद्योग सात लाख करोड़ रुपये से भी अधिक का है, सात लाख करोड़ रुपयों का इतना बड़ा कारोबार, लेकिन भारत का हिस्सा उसमें बहुत कम है.खिलौनों के साथ हम दो चीजें कर सकते हैं. अपने गौरवशाली अतीत को अपने जीवन में फिर से उतार सकते हैं और अपने स्वर्णिम भविष्य को भी संवार सकते हैं.’