संवैधानिक वजहों का हवाला देते हुए तीरथ सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. अगर उत्तराखंड राज्य गठन के बाद ताजा हालात को देखें को सिर्फ नारायण दत्त तिवारी पांच साल तक सरकार चला पाने में कामयाब रहे. उत्तराखंड को मौजूदा विधानसभा कार्यकाल में तीसरा चेहरा पुष्कर सिंह धामी के तौर पर मिला है. धामी उत्तराखंड के तराई इलाके से आते हैं.
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नरेंद्र सिंह तोमर ने देहरादून में कहा कि विधायक दल की बैठक के दौरान पुष्कर धामी को उत्तराखंड भाजपा विधायक दल का नेता नियुक्त करने का निर्णय लिया गया. हम पार्टी के फैसले पर चर्चा करने के लिए राज्यपाल के पास गए. शपथ ग्रहण समारोह कल होगा.
पुष्कर धामी की मां विश्ना देवी को जब पता चला कि उनका बेटा उत्तराखंड की कमान संभालने वाला है तो उन्होंने कहा कि उनके बेटे के कठिन परिश्रम का नतीजा मिला है. वो इस मौके पर बेहद खुश हैं, लेकिन उनके पिता के नहीं होने का दुख है.
पुष्कर सिंह धामी की नाम की घोषणा के बाद खटीमा में उनके घर में खुशी का माहौल छा गया. लोग ढोल और नगाड़ों के साथ उनके घर पर जुटने लगे. पुष्कर सिंह धामी की पत्नी ने लोगों को मिठाई खिलाकर स्वागत किया.