राष्ट्रहित कहें या कांग्रेस नेताओं में आपसी तालमेल की कमी, केंद्र सरकार के फैसलों पर एक राय नहीं बना पा रहे हैं, पार्टी का एक धड़ा विरोध करता है तो दूसरा भाजपा सरकार के समर्थन में दिखाई देता है. जी हां हम बात कर रहे हैं कोरोना वैक्सीन को लेकर. आज एक बार फिर पीएम मोदी का बड़ा संबोधन होने जा रहा है.
कोरोना संकट काल के दौरान पीएम मोदी कई बार राष्ट्र के नाम और प्रदेश सरकारों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से संबोधित करते रहे हैं. सोमवार शाम को एक बार फिर पीएम राज्य सरकारों के साथ कोरोना वैक्सीन की अंतिम चरण की तैयारियों को लेकर मीटिंग करने जा रहे हैं.
वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये होने वाली ये बैठक इसलिए अहम है, क्योंकि देश में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है. सबसे बड़ी बात यह है कि वैक्सीन पर सवाल खड़े करने वाली कांग्रेस दो खेमों में बंट गई है.
शशि थरूर, जयराम रमेश, आनंद शर्मा और राशिद अल्वी जैसे कई नेताओं ने वैक्सीन पर सवाल खड़े किए तो कांग्रेसी वाले राज्य पंजाब, झारखंड और राजस्थान के मंत्री वैक्सीन के पक्ष में खड़े हैं. इन राज्यों के मंत्रियों ने साफ कहा कि वैक्सीन पर किसी तरह का सवाल खड़ा करना ठीक नहीं है. बता दें कि झारखंड के मंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि जनहित के मामलों में वह केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं। आपको बता दें कि झारखंड में कांग्रेस गठबंधन की सरकार है.
शंभू नाथ गौतम वरिष्ठ पत्रकार