उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान की कमान संभालने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी अब पंजाब में पार्टी के प्रचार के लिए पहुंची हैं, जहां उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे अमरिंदर सिंह पर जोरदार हमला बोला, जो मौजूदा चुनाव बीजेपी और अकाली दल (संयुक्त) के साथ मिलकर लड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा, बीते पांच वर्षों में राज्य में कांग्रेस की सरकार तो थी, लेकिन इस सरकार ने पंजाब से काम करना बंद कर दिया था.
यह दिल्ली से मिले निर्देशों के आधार पर काम कर रही थी और ये निर्देश उसे कांग्रेस से नहीं, बल्कि बीजेपी से मिल रहे थे. लेकिन यह गठजोड़ अब छिपा नहीं रह गया है, बल्कि लोगों के सामने है. चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री के तौर पर आगे लाने का यही कारण है.
कांग्रेस महासचिव ने यह कहते हुए पार्टी में झगड़े की अटकलों को भी खारिज किया कि वह और उनके भाई राहुल गांधी एक-दूसरे के लिए जान तक दे सकते हैं.
कांग्रेस में हितों के टकराव की स्थिति कहीं भी नहीं, जबकि बीजेपी में स्थिति बिल्कुल उलट है. प्रियंका गांधी ने कहा, ‘मैं अपने भाई के लिए जान भी दे सकती हूं और वह भी मेरे लिए ऐसा कर सकता है. टकराव बीजेपी में है, कांग्रेस में नहीं.’
कांग्रेस नेता ने कहा, योगी जी, मोदी और अमित शाह के बीच हितों का टकवराव हो सकता है, लेकिन कांग्रेस में ऐसी कोई बात नहीं है. इस दौरान वह आम आदमी पार्टी (AAP) पर भी जमकर बरसी, जिसके बारे में माना जा रहा है कि वह पंजाब की सियासत में बड़ा उलटफेर कर सकती है. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि यह पार्टी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से बाहर निकली है.
वह पंजाब के कोटकापुरा में कांग्रेस की ‘नवी सोच नवा पंजाब’ रैली को संबोधित कर रही थीं, जब उन्होंने दिल्ली का भी जिक्र किया, जहां आम आदमी पार्टी सत्ता में है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जहां शिक्षा और बिजली को बड़ा मुद्दा बनाकर अन्य राज्यों में भी इस पर वादे कर रहे हैं, वहीं प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि दिल्ली में शिक्षा व स्वास्थ्य को लेकर जो दावे किए जा रहे हैं वे सच नहीं हैं. कांग्रेस नेता ने लोगों से कहा कि राजनीतिक दलों और उनके नेताओं की हकीकत को जानना महत्वूपर्ण है.