चंडीगढ़| निर्वाचन आयोग ने पंजाब में 14 फरवरी को मतदान की तारीख घोषित की है. निर्वाचन आयोग की ओर से जारी तारीखों के मुताबिक, राज्य की सभी 117 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में मतदान कराए जाएंगे और रिजल्ट की घोषणा 10 मार्च को होगी. लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अब निर्वाचन आयोग से इस चुनाव को कम से कम छह दिनों तक टालने की अपील की है और इसके लिए पत्र भी लिखा है.
चुनाव आयोग को लिखे पत्र में उन्होंने गुरु रविदास जयंती का हवाला देते हुए 14 फरवरी को प्रस्तावित आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव के मतदान को कम से कम छह दिनों के लिए टालने की अपील की है.
पंजाब के सीएम ने चुनाव को लिरखे पत्र में कहा है कि 16 फरवरी, 2022 को श्री गुरु रविदास जी की जयंती है, जिस मौके पर बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के वाराणसी की यात्रा करते हैं. ऐसे में 14 फरवरी को चुनाव से बड़ी संख्या में लोग मतदान से वंचित रह सकते हैं.
उन्होंने कहा कि संत रविदास जयंती के मौके पर 10 से 16 फरवरी के बीच लगभग 20 लाख श्रद्धालुओं के वाराणसी जाने का कार्यक्रम है. इस संबंध में उनसे दलित समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल मिला और चुनाव की तारीख कुछ इस तरह रखने का अनुरोध किया कि वे संत रविदास की जयंती पर वाराणसी में होने वाले कार्यक्रम में भी शामिल हो सकें और चुनाव में अपने मताधिकार का भी इस्तेमाल कर सकें. उन्होंने कम से कम 6 दिन के लिए यहां चुनाव टालने की अपील की है.
उन्होंने यह पत्र 13 जनवरी को चुनाव आयोग को लिखा, जो 15 जनवरी को सामने आया है, जबकि कांग्रेस ने शनिवार को अपने 86 उम्मीदवारों की लिस्ट भी आने वाले चुनाव को लेकर जारी कर दी है. इसमें सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को जहां चमकौर साहिब से उम्मीदवार बनाया गया है, वहीं अमृतसर ईस्ट से पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. चुनाव आयोग ने मतगणना 10 मार्च को होने का ऐलान किया है.