चंडीगढ़| पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के शहीदी दिवस के दिन छुट्टी का ऐलान किया है. यानि 23 मार्च को पंजाब में छुट्टी रहेगी. साल 1931 में 23 मार्च के दिन भारत के तीन वीर सपूतों भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी दे दी.
लाहौर षड्यंत्र के आरोप में उन्हें फांसी दी गई. बता दें कि गत बुधवार को भगवंत मान ने पंजाब के 18वें मुख्यमंत्री की शपथ ली. यह शपथग्रहण सरदार भगत सिंह के पैतृक गांव खटकर कलां में संपन्न हुआ. पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने मान को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई.
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भगत सिंह को अपने प्रेरणास्रोतों में से एक मानते हैं. उन्होंने चुनावी रैलियों एवं अपने संबोधनों में बार-बार भगत सिंह का जिक्र किया है. केजरीवाल खुद को भगत सिंह का सच्चा अनुयायी बताते हैं.
स्वतंत्रता सेनानी के प्रति पार्टी का लगाव एवं निष्ठा दिखाने के लिए सीएम पद के लिए भगवंत मान की ताजपोशी भगत सिंह के पैतृक गांव में हुई. अब 23 मार्च को राजकीय अवकाश घोषित कर आप सरकार ने भगत सिंह के सम्मान को ऊंचा दर्जा देने की कोशिश की है. आने वाले दिनों में मान सरकार भगत सिंह को लेकर कुछ नए और बड़े फैसले भी कर सकती है.
इससे पहले, सीएम मान ने सोमवार को अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों को विभागों का आवंटन कर दिया. मुख्यमंत्री ने गृह और न्याय विभागों को अपने पास ही रखा है, जबकि हरपाल सिंह चीमा को वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी है. मान के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शनिवार को दस मंत्रियों को शामिल किया गया.
मान ने सतर्कता, कार्मिक, आवास एवं शहरी विकास, उद्योग एवं वाणिज्य, कृषि एवं किसान कल्याण, बागवानी, संसदीय कार्य, रोजगार सृजन एवं प्रशिक्षण, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और सूचना एवं जनसंपर्क सहित 27 विभागों को अपने पास रखा.