पंजाब में अब 20 फरवरी को विधानसभा के चुनाव होंगे. पहले ये चुनाव 14 फरवरी को होने थे. चुनाव आयोग ने आज बैठक के बाद ये फैसला किया. वोटों की गिनती की तारीख में कोई फेरबदल नहीं किया गया है.
मतगणना 10 मार्च को होगी. बाक़ी चार राज्यों के चुनावी नतीजे भी इसी दिन आएंगे. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 13 जनवरी को निर्वाचन आयोग से मतदान की तारीख छह दिन के लिए आगे बढ़ाने की अपील की थी.
दरअसल 16 फरवरी को गुरु रविदास की जयंती है. लिहाजा राजनीतिक दलों का कहना था कि अनुसूचित जाति समुदाय के लोग इस दिन बनारस जाएंगे. चन्नी के अलावा भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) ने निर्वाचन आयोग से चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने की अपील की थी.
बता दें कि पंजाब में अनुसूचित जाति के 20 लाख लोग रहते हैं. पिछले दिनों मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा था कि 10 से 16 फरवरी तक राज्य से बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति के श्रद्धालुओं के उत्तर प्रदेश के बनारस जाने की संभावना है. ऐसे में इस समुदाय के कई लोग राज्य विधानसभा चुनाव में वोट नहीं डाल पाएंगे. लेकिन अब चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों की बात मान ली है.
पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च 2022 को खत्म हो रहा है. बता दें कि 117 सीटों वाले पंजाब में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 77 सीटें जीतकर 10 साल बाद सत्ता में लौटी थी. अकाली दल-बीजेपी गठबंधन केवल 18 सीटों पर सिमट गया था. आम आदमी पार्टी 20 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी दल बनी. कहा जा रहा है कि इस बार आम आदमी पार्टी दूसरे दलों को कड़ी टक्कर दे सकती है.