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प्रतापगढ़: डीएम पर भ्रष्टाचार के खिलाफ पत्नी संग धरने पर बैठे एसडीएम किए सस्पेंड

एसडीएम (अडिशनल) विनीत उपाध्याय
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यूपी की योगी सरकार के अफसरों में आपसी खींचतान रुकने का नाम नहीं ले रही है. मामला एक बार फिर भ्रष्टाचार और ईमानदारी को लेकर है.

प्रदेश में एक ओर भ्रष्ट अफसरों की संख्या बढ़ती जा रही है तो दूसरी ओर ईमानदार अफसर भी भ्रष्टाचार की पोल खोलने में लगे हुए हैं.

अफसरों में भ्रष्टाचार बनाम ईमानदारी की लड़ाई सड़क पर है. पिछले दिनों ही रायबरेली जिले में जिलाधिकारी और सीएमओ के बीच कहासुनी काफी सुर्खियों में रही थी.

डीएम ने सीएमओ को बीच मीटिंग में ‘गधा’ कह दिया था. अब ऐसे ही प्रतापगढ़ में एसडीएम और डीएम के बीच भ्रष्टाचार को लेकर तलवारें खिंच गई हैं.

एसडीएम के डीएम पर भ्रष्टाचार के लगाए गए आरोपों के बाद प्रदेश भर में हड़कंप मच गया है.

आइए आपको बताते हैं मामला क्या है. प्रतापगढ़ के एसडीएम हैं विनीत उपाध्याय जो कि काफी ईमानदार माने जाते हैं.

डीएम हैं रूपेश कुमार. एसडीएम विनीत उपाध्याय का आरोप है कि जिले के लालगंज इलाके में एक स्कूल की रिपोर्ट को लेकर अफसरों ने उन पर दबाव बनाया था.

इसके अलावा एसडीएम ने जिले के डीएम रूपेश कुमार पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.

उसके बाद जब इन अफसरों पर कोई एक्शन नहीं हुआ तब गुस्से में आए एसडीएम विनीत उपाध्याय अपनी पत्नी संग शुक्रवार को डीएम ऑफिस में धरने पर बैठ गए. हालांकि देर शाम तक एसडीएम को सस्पेंड कर दिया.

एसडीएम के जिलाधिकारी आवास पर धरने पर बैठने के बाद प्रतापगढ़ के अलावा राजधानी लखनऊ में हड़कंप मच गया.

आपको बता दें कि यूपी में इससे पहले कोरोना किट खरीदने में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ था.

जिसके बाद घोटाले में दो अफसर सस्पेंड किए गए थे और योगी सरकार ने पूरे मामले की जांच करने के लिए एसआईटी गठित कर दी थी.

अनुशासनहीनता दिखाने पर एसडीएम के खिलाफ ही योगी सरकार ने कर दी कार्रवाई
एसडीएम ने प्रतापगढ़ जनपद में डीएम समेत कई अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, यह बात यूपी की योगी सरकार को अच्छी नहीं लगी और उन्होंने शुक्रवार देर शाम उनके निलंबन का आदेश सुना दिया.

एसडीएम पर अनुशासनहीनता के कारण निलंबन की कार्रवाई की गई है. फिलहाल इस पूरे प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी इलाहाबाद कमिश्नर को दी गई है.

एसडीएम विनीत उपाध्याय के डीएम आवास पर धरने पर बैठने के मामले ने तूल पकड़ लिया है.

बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रतापगढ़ के डीएम और एडीएम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर धरने पर बैठने वाले एसडीएम विनीत उपाध्याय से नाराज हैं.

बता दें कि शुक्रवार को दिन में डीएम के ऑफिस पर धरने पर बैठने वाले एसडीएम विनीत उपाध्याय को उठाने के लिए जिलाधिकारी रूपेश कुमार ने पुलिस फोर्स बुला ली थी.

धरने में एसडीएम का साथ उनकी पत्नी भी साथ थीं. पुलिस की मौजूदगी में ही डीएम आवास के अंदर ही काफी देर तक ड्रामा चलता रहा था जिसके बाद योगी सरकार ने उन पर कार्रवाई की है.

इस पूरे घटनाक्रम के बाद योगी सरकार की एक बार फिर किरकिरी हो गई है.

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

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