कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ सीतापुर के हरगांव पुलिस स्टेशन में निषेधाज्ञा की अवहेलना और उकसाने सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.
पीएसी गेस्ट हाउस, जहां वह सोमवार से नजरबंद हैं, को अस्थायी जेल के रूप में अधिसूचित किया गया है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हरगांव के थाना प्रभारी की ओर से मजिस्ट्रेट को दी गई रिपोर्ट पर धारा 151, 107 और 116 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
प्रियंका गांधी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. प्रियंका के अलावा 11 अन्य लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है जिसमें दीपेंद्र हुड्डा और अजय कुमार लल्लू का नाम भी शामिल है और सभी पर शांति बाधित करने के आरोप लगे हैं. इस बीच बड़ी संख्या में पीएसी गेस्ट हाउस के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ता जुटने शुरू हो गए हैं और लगातार यूपी सरकार और सीएम योगी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं.
इससे पहले आज सुबह, प्रियंका ने लखीमपुर खीरी की घटना का एक वायरल वीडियो ट्वीट किया और पूछा कि चार किसानों की हत्या के पीछे के व्यक्ति को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया, जबकि वह बिना प्राथमिकी के 28 घंटे से हिरासत में है.
उनकी पार्टी ने आरोप लगाया कि पीएसी गेस्ट हाउस में प्रियंका की आवाजाही पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ड्रोन निगरानी का एक वीडियो ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट किया, “जिम्मेदारी कौन लेगा, यह किसका ड्रोन है और क्यों है.”
मंगलवार दोपहर लखनऊ पहुंचे बघेल को एयरपोर्ट से बाहर निकलने नहीं दिया गया. कांग्रेस का आरोप है कि सीतापुर के हरगांव इलाके में सोमवार सुबह तड़के हिरासत में लिए जाने के कारण उन्हें 30 घंटे तक अवैध हिरासत में रखा गया है.
सीतापुर में पीएसी गेस्ट हाउस के बाहर सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता अपने नेता की रिहाई का इंतजार कर रहे हैं. प्रियंका गांधी ने कहा है कि रिहा होते ही वह शोक संतप्त परिवारों से मिलने लखीमपुर खीरी जाएंगी.