कोरोना संकट से जूझ रहे देहरादून में संक्रमण से बचाव के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. इस बीच एक बड़ी खबर प्राचीन टपकेश्वर मंदिर को लेकर आ रही है. बताया जा रहा है कि मंदिर के एक पुजारी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिसके बाद एहतियात के तौर पर मंदिर को बंद कर दिया गया है.
प्राचीन टपकेश्वर मंदिर देहरादून के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. इस मंदिर में लोगों की गहरी आस्था है. हर दिन यहां काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं. सोमवार सुबह पुलिस की एक टीम यहां पहुंची और मुख्य द्वार को बेरिकेड लगाकर बंद कर दिया.
मंदिर को तीन दिन के लिए बंद किया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंदिर के एक पुजारी में कोरोना की पुष्टि होने के बाद मंदिर को बंद करने का फैसला लिया गया है. हालांकि टपकेश्वर मंदिर समिति से जुड़े लोग इस पूरे विषय पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
मंदिर समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि गणेश विसर्जन के दौरान मंदिर में ज्यादा भीड़ हो जाती है. लोग गणपति प्रतिमा विसर्जन के लिए काफी संख्या में मंदिर पहुंचते हैं, इसलिए संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए मंदिर बंद रखने का फैसला लिया गया है.
दून में अब तक 101 कोरोना संक्रमितों की जान गई. मरीजों की मौत का ये आंकड़ा प्रदेश में सबसे ज्यादा है. जिस रफ्तार से देहरादून में कोरोना वायरस के केस बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए यहां कोरोना के कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा पैदा हो गया है.
संक्रमण रोकथाम के लिए प्रशासन हर जरूरी कदम उठा रहा है. राजधानी के 10 इलाके कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, यहां प्रशासन के अगले आदेश तक पाबंदियां लागू रहेंगी