उत्तराखंड के हेमकुंड साहिब के कपाट खोलने की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है. इस साल 22 मई को हेमकुंड साबिब के कपाल खोले जाएंगे. हर साल हजारों की संख्या में भक्त हेमकुंड साहिब के दर्शन करने आते हैं.
इससे पहले रविवार को सेना की टीम ने भी हेमकुंड साहिब पहुंचकर वहां के हालातों पर जायजा लिया था. फिलहाल वहां पर 10 फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है. पर इसी बीच हेमकुंड साहिब के कपाट खोलने की तारीख का भी एलान हो गया है. जिसके बाद से अब इसे लेकर तैयारियां जोरो पर है.
गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह का कहना है कि वर्तमान समय में हेमकुंड यात्रा मार्ग पर अटलाकोटी हिमखंड 100 मीटर लंबा व 25 फीट ऊंचा है. यहां से हेमकुंड तक तीन किमी क्षेत्र में पांच से दस फीट बर्फ जमी हुई है.
उन्होंने कहा कि श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा की तैयारियों को लेकर भारतीय सेना की 418 स्वतंत्र इंजीनियरिंग के कमांडिंग आफिसर कर्नल आरएस पुंडीर ने निर्देश दिया था. जिसके तहत सूबेदार मेजर नेकचंद के नेतृत्व में पांच सदस्यीय दल श्री हेमकुंड साहिब का जायजा लेकर वापस लौटे.
सेना के अधिकारियों का कहना है कि वहां पर अभी बर्फ बहुत ज्यादा है. इसलिए इस साल बर्फ हटाने और रास्ता पैदल यात्रा के लिए सुगम बनाने के लिए पहले से ज्यादा समय और ज्यादा जवानों की जरुरत होगी. अप्रैल के पहले हफ्ते में बर्फ हटाने का काम शुरू किया जाएगा.
दरअसल हर साल सेना की इंजीनियरिंग कोर ही हेमकुंड यात्रा मार्ग पर बर्फ हटाने का कार्य करती है. फिलहाल हेमकुंड साहिब के कपाट कब खुलेंगे इसे लेकर कोई तारीख सामने नहीं आई है, लेकिन अप्रैल के पहले हफ्ते में ट्रस्ट की बैठक में यह तिथि तय होनी है, हालांकि वर्ष 2012 से 25 मई को हेमकुंड के कपाट खोले जा रहे हैं. उससे पहले ये तिथि एक जून को निर्धारित थी.