ऐसा हो नहीं सकता कि हमारे देश में राष्ट्रहित के मुद्दे पर राजनीतिक न हो. क्योंकि पार्टियों को एक दूसरे के फैसले, चाहे वह कितने भी अच्छे क्यों न हो कभी पसंद नहीं आते हैं. हम बात कर रहे हैं टीकाकरण अभियान की.
देश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान आज से शुभारंभ हो गया. वहीं अब कोरोना वैक्सीन को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कोविड-19 के खिलाफ विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की.
एक बार फिर कांग्रेस पार्टी ने वैक्सीन अभियान के चंद घंटों बाद ही मोदी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए. कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि फेज-3 के ट्रायल के बिना ही वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूवल दिया गया.
अगर वैक्सीन इतनी ही भरोसेमंद है, तो भाजपा सरकार से जुड़े लोग इसका डोज क्यों नहीं लगवा रहे? कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने कहा कि दुनिया के हर देश जहां वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है वहां के बड़े नेताओं ने यह टीका लगाया है.
ऐसा इसलिए ताकि वे अपने लोगों में वैक्सीन के प्रति भरोसा जगा सकें. फिर हमारे यहां क्यों सरकार ऐसा नहीं कर रही.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार