ऊधमसिंह| नानकमत्ता में चार हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. तीन आराेपित पुलिस की गिरफ्त में हैं. एक की तलाश की जा रही है. हत्या का मास्टर माइंड मृतक का दोस्त ही निकला. उसने एक साथ मोटी रकम हथियाने के चक्कर में इतनी बड़ी साजिश रची थी.
पुलिस के अनुसार हत्यारे रकम हाथ लगने के बाद उप्र की राजधानी लखनऊ में सुपारी लेकर हत्या को अंजाम देने वाले थे, उससे पहले ही दबोच लिए गए. पुलिस एक फरार की तलाश के साथ इन तीनों से पूछताछ में जुटी हई है.
गत बुधवार को नानकमत्ता में आशीर्वाद ज्वैलर्स के स्वामी अंकित रस्तोगी उसकी मां आशा रस्तोगी नानी सन्नो रस्तोगी ममेरे भाई उदित रस्तोगी की अलग-अलग स्थानों पर हत्या कर दी गई. सोमवार को पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर दिया.
खुलासे के दौरान पुलिस के पास लूट का मकसद सामने आया है. पुलिस पूछताछ में पता चला है कि हत्यारोपी लूट के इरादे से अंकित को मारना चाहते थे. हत्यारों को पता था कि अंकित के पास 12 लाख रुपये की नगदी है.
नगदी लूटने के उद्देश्य से अंकित के करीबी दोस्त रानू रस्तोगी ने योजना बनाई. जिसमें पेशेवर अपराधी सचिन सक्सेना को शामिल किया गया. इसके बाद आरोपी अंकित के घर पहुंचे और बर्थडे पार्टी का बहाना बनाकर उसे ले गए. बदमाशों के साथ गए अंकित ने वाहन को खुद ही ड्राइव किया था उसे मालूम नहीं था कि हत्यारों का मकसद उसे मौत के घाट उतारना है.
अंकित जैसे ही कार से उतरा रानू रस्तोगी, सचिन रस्तोगी और उसके साथियों ने डंडो और तेज धारदार हथियारों से अंकित और उदित की हत्या कर दी. इसके बाद बदमाश अंकित के घर में रखे रुपए लूटने के लिए निकल पड़े.
घर पहुंचने पर आरोपियों ने अंकित की मां और नानी का कत्ल कर दिया, पर जब अलमारी खोलने पहुंचे तो नहीं खोल सकी. पुलिस के अनुसार अलमारी की चाबी अंकित रस्तोगी के पास रह गई थी. इस वजह से अलमारी में रखा पैसा बदमाशों के आते नहीं चढ़ सका.
बदमाशों ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि अंकित के घर से 12 लाख की नकदी लूटने के बाद वह लखनऊ में सुपारी लेकर हत्या को अंजाम देते लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही उन्हें धर लिया.