मंगलवार को पीएम मोदी ने कोरोना महामारी से सर्वाधित प्रभावित राज्यों एवं जिलों के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बातचीत की. इस बातचीत के दौरान पीएम ने कहा सभी जिलों की अपनी चुनौतियां हैं और कोरोना महामारी की चुनौतियों से निपटने में सभी को अहम भूमिका निभानी है.
अधिकारियों को ‘फील्ड कमांडर्स’ बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर कंटेनमेंट जोन बनाकर, बड़े पैमाने पर टेस्टिंग और हालात के बारे में लोगों को पूरी जानकारी देकर कोरोना महामारी को हराया जा सकता है. पीएम ने कहा कि अधिकारी अपने-अपने जिलों में कोविड संक्रमण को कम करने के लिए जो करना पड़े, वो कदम उठाएं. उन्होंने कहा कि ‘मेरी तरफ से आपको पूरी छूट है.
अलग-अलग जिलों के अधिकारियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘प्रत्येक जिले की अपनी अलग चुनौतियां हैं. हमारा उद्देश्य इस महामारी को हराने का होना चाहिए. इस लड़ाई में आप सभी की अहम भूमिका है. एक तरीके से आप लोग फील्ड कमांडर हैं. टेस्टिंग की संख्या बढ़ाकर, केंटेनमेंट जोन का निर्माण कर और लोगों के साथ सही सूचनाएं साझा कर इस महामारी को हराया जा सकता है. साथ ही इलाकों में मेडिकल उपकरणों एवं दवाओं की जमाखोरी पर रोक लगाने की जरूरत है.’
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मौजूद नौ राज्यों के 46 जिलाधिकारियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अधिकारियों से कोरोना महामारी से निपटने में अपने अनुभव एवं निष्कर्षों को साझा करने के लिए कहा. साथ ही उन्होंने कहा कि अधिकारियों को यदि लगता है कि कोरोना प्रबंधन की राष्ट्रीय नीति में यदि कोई सुधार या बदलाव करने की जरूरत है तो वे इस बारे में भी अपने सुझाव दें.
उन्होंने कहा, ‘अपने अनुभव साझा करना जरूरी हैं ताकि एक सफल मॉडल विकसित किया जा सके. महामारी के दौरान हमें समाज के सभी वर्गों का ख्याल रखना है इसलिए हमें इसके अनुरूप रणनीति भी बनानी होगी.’