मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु अनुकूल प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता फैलाने के मकसद से मंगलवार को 35 फसलों की विशेष किस्मों को राष्ट्र को समर्पित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल समारोह के दौरान छत्तीसगढ़ के रायपुर में ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटिक स्ट्रेस टॉलरेंस’ (NIBST) के नवनिर्मित परिसर का उद्घाटन भी किया.
इस दौरान पीएम मोदी ने कृषि विश्वविद्यालयों को हरित परिसर पुरस्कार भी प्रदान किया और नवाचार संबंधी तरीकों का इस्तेमाल करने वाले किसानों से संवाद किया.
फसलों की विशेष किस्में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा विकसित की गई हैं ताकि जलवायु परिवर्तन और कुपोषण की दोहरी चुनौतियों से निपटा जा सके. पीएमओ ने कहा कि 2021 में ऐसी 35 किस्में विकसित की गई हैं.
वहीं इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आयुष्मान भारत-डिजिटल मिशन की शुरुआत की थी, जिसके तहत लोगों को डिजिटल स्वास्थ्य पहचान पत्र प्रदान किया जाएगा जिसमें उनका स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड दर्ज होगा.
प्रधानमंत्री ने पिछले साल 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य अभियान की पायलट परियोजना की घोषणा की थी. वर्तमान में इस योजना को छह केंद्र शासित प्रदेशों में प्रारंभिक चरण में लागू किया जा रहा है.
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, ‘आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना ने गरीब के जीवन की बहुत बड़ी चिंता दूर की है. अभी तक दो करोड़ से अधिक देशवासियों ने इस योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ उठाया है. इसमें भी आधी लाभार्थी, हमारी माताएं, बहनें, बेटियां हैं.’