कुन्नूर के पास एक दुखद हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य के पार्थिव शरीर गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी लाए गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पालम एयरपोर्ट पहुंचकर सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और अन्य 11 सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी.
पार्थिव शरीरों को भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान से दिल्ली लाया गया, जो शाम करीब 7:35 बजे पालम हवाई अड्डे पर उतरा.
अधिकारियों ने कहा कि अभी तक केवल जनरल रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर के पार्थिव शरीरों की पहचान की जा सकी है. उन्होंने कहा कि केवल पहचान किये गए पार्थिव शरीर ही बुधवार को दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों को सौंपे जाएंगे.
जनरल रावत, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर लिद्दर के अलावा, एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सशस्त्र बल के 10 जवानों की मौत हो गई थी. यह हेलीकॉप्टर दुर्घटना गत कुछ दशकों में भारत में हुई बड़ी हवाई दुर्घटनाओं में से एक है जिनमें वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सफर कर रहे थे.
दुर्घटना में मारे गए अन्य कर्मियों में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी एस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक साई तेजा शामिल हैं.