प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पूर्वांचल की सियासत को भी बहुत महत्व देते हैं. क्योंकि वह खुद भी वाराणसी से दूसरी बार लोकसभा सांसद हैं. लेकिन पूर्वांचल के आजमगढ़ में अभी तक भाजपा सपा और बसपा से पिछड़ती रही है. इसीलिए इस बार योगी सरकार का आजमगढ़ पर विशेष फोकस है.
प्रधानमंत्री मोदी भी पूर्वांचल एक्सप्रेस का उद्घाटन करने के लिए 16 नवंबर को यहां आने वाले हैं. सपा-बसपा के इस किले में सेंध लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार महीने में तीन बार पूर्वांचल का दौरा कर चुके हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजमगढ़ में एक बड़ी चुनावी रैली की थी.
इस जिले की सीमाएं जौनपुर, वाराणसी, मऊ, गाजीपुर, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, गोरखपुर से घिरी हैं. यहां करीब 45 प्रतिशत यादव-मुस्लिम मतदाता हैं. अगड़ी जातियां 24 प्रतिशत के करीब हैं. जबकि दलित 30 प्रतिशत के आस-पास हैं. इस समाजिक समीकरण के चलते वर्षों से यह जिला सपा-बसपा का गढ़ बना हुआ है.
लेकिन इस बार भाजपा में भी इस जिले में अपनी सियासी पैठ बनाने के लिए कमर कस ली है. बता दें कि 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर इसी तरह की इमरजेंसी एयर स्ट्रिप पर पीएम उतरेंगे. पीएम मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर एक घंटे 45 मिनट तक रहेंगे.