उत्‍तराखंड

मन की बात: पीएम मोदी ने की बागेश्वर की हेल्थ वर्कर पूनम नौटियाल से बात,जानिए क्या हुई बात

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रविवार को पीएम ने अपने मासिक कार्यक्रम मे मन की बात में बागेश्वर की हेल्थ वर्कर पूनम नौटियाल से बात की. पूनम बागेश्वर के स्वास्थ्य उपकेंद्र चामी में एएनएम पद पर तैनात हैं. प्रधानमंत्री ने बागेश्वर जिले में शतप्रतिशत टीकाकरण होने पर बागेश्वर के लोगों को बधाई दी.

प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड में शत प्रतिशत टीकाकरण को लेकर शुभकामनाएं दीं और टीकाकरण को संपन्न कराने में हेल्थ वर्कर्स की भूमिका की सराहना की.

उन्होंने पूनम से बातचीत के दौरान टीकाकरण को लेकर लोगों में उत्साह, पहाड़ों में टीकाकरण कराने को लेकर आई परेशानी को लेकर बातचीत की.

पूनम ने बताया कि जनवरी में टीकाकरण की शुरुआत होने के बाद से वह लगातार इस कार्य में जुटी हैं. स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण कराने के अलावा घर-घर जाकर भी लोगों को टीके लगाए.

अधिकांश लोगों ने टीकाकरण को लेकर उत्साह दिखाया. लोगों को टीका लगाने के लिए प्रेरित किया गया. बुजुर्ग और दिव्यांग लोगों को घर-घर जाकर टीके लगाए. टीका लगवाने से बच रहे लोगों को बताया गया कि टीका पूरी तरह से सुरक्षित और असरदार है.

पीएम ने पूनम से कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि उन्होंने (पूनम) आउट ऑफ वे जाकर कार्य किया है. पूनम ने बताया कि उन्होंने लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया. स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले लोगों की लिस्ट बनाई. जिन लोगों ने टीकाकरण नहीं कराया था, उन्हें घर-घर जाकर टीका लगाया.

पीएम ने पूछा कि एक दिन में कितना क्षेत्र कवर करना पड़ता था. पूनम ने बताया कि एक दिन में आठ से 10 किमी के एरिया में टीकाकरण किया. पीएम ने कहा कि पहाड़ों में आठ से 10 किमी चलने में पूरा दिन निकल जाता है. पूनम ने बताया कि उनकी पांच लोगों की टीम ने घर-घर जाकर टीकाकरण कराया.

जिसमें डॉक्टर, एएनएम, फार्मासिस्ट, आशा और डाटा इंट्री ऑपरेटर होते थे. पीएम ने संचार नेटवर्क की दिक्कत के बारे में पूछा तो पूनम ने बताया कि कुछ गांवों में संचार सुविधा नहीं होने के कारण डाटा बागेश्वर आकर फीड किया जाता था.

पीएम मोदी से बात करने के बाद एएनएम पूनम ने बताया कि प्रधानमंत्री से बात करने के बारे में कभी सोचा नहीं था. जिले के शतप्रतिशत टीकाकरण ने यह अवसर दिलाया. जब पता चला कि पीएम बात करेंगे तो बातचीत से पहले कई तरह के ख्याल आ रहे थे.

प्रधानमंत्री से किस तरह से बात होगी. वह क्या-क्या सवाल पूछेंगे, लेकिन उन्होंने बड़ी सहजता से बात की. जिसके कारण बात करने से पहले जो मन में डर था, वह चला गया. उन्होंने टीकाकरण को लेकर किए गए कार्य की सराहना की, जो हमारे कार्य और विभाग के लिए उत्साहवर्धक है.

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