पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के मुद्दे कितने बदल गए. जब हम विपक्ष में थे, तब देश के विकास के मुद्दे और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरते थे. आज आश्चर्य होता है कि विकास के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं करता. हम इंतजार में रहते हैं कि बोलें तो हम जवाब दें.
यहां हम आपको बता दें कि आज लोकसभा में प्रधानमंत्री के टारगेट पर सीधे कांग्रेस पार्टी ही रही.पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि एक पुरानी कहावत है, ‘खेलब न खेले देइब, खेलिए बिगाड़ब’. आज प्रगति के चक्के को रोकने के लिए यही चल रहा है. विपक्ष इसी मंत्र पर काम कर रहा है.पीएम ने कहा कि कांग्रेस न खुद का भला कर सकती है न देश का भला कर सकती है.
‘पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के साथियों ने कानून के कलर पर तो बहुत चर्चा की अच्छा होता उसके कंटेंट पर चर्चा करते’. मोदी की टिप्पणियों पर एक बार फिर हंगामा होने लगा.
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि क्या कभी भी इतने सुधारों को समाज ने स्वीकार किया या नहीं किया? हम ये मानते थे कि देश की इतनी पुरानी कांग्रेस ने लगभग पांच दशक तक इस देश में एकछत्र शासन किया, लेकिन आज यह हाल हो गया है कि पार्टी का राज्यसभा का तबका एक तरफ चलता है और लोकसभा का तबका दूसरी तरफ चलता है.
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी डिवाइडेड पार्टी और कंफ्यूज पार्टी न खुद का भला कर सकती है, न देश का भला कर सकती है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार