रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में फंसे भारतीयों को वापस लाने का सिलसिला जारी है. इसी बीच यूपी के वाराणसी में पीएम नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन से लौटे छात्रों से बातचीत की. भातरतीय दूतावास के द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के बाद 17 हजार से ज्यादा छात्रों और नागरिकों ने यूक्रेन को छोड़ दिया है.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन से भारत लौटे छात्रों के साथ बातचीत की. इन छात्रों ने पीएम के साथ अपने अनुभव को साझा किया. वाराणसी में मौजूद छात्र यूपी के अन्य हिस्सों से थे. भारत सरकार ने यूक्रेन से छात्रों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा जारी रखा है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि हमारी पहली एडवाइजरी जारी होने के बाद से कुल 18 हजार भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं. पीएम मोदी ने कल रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बात की और यूक्रेन से भारतीयों को सुरक्षित निकालने पर चर्चा की.
भारतीयों की वापसी को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम और उड़ानें शेड्यूल कर रहे हैं और अगले 2-3 दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय स्वदेश लौटेंगे. मैं अपने लोगों की मेजबानी और उन्हें निकालने में मदद करने वाली यूक्रेन सरकार पड़ोसी देशों की सराहना करना चाहता हूं.
आगे कहा कि शुरुआत में 20 हजार भारतीय नागरिकों ने रजिस्ट्रेशन किया था. लेकिन कई ऐसे भी थे. जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था. हमारा अनुमान है कि कुछ नागरिक अभी भी खार्किव में फंसे हुए हैं. हमारी प्राथमिकता छात्रों को गाड़ी या किसी वाहन के माध्यम से उन्हें सुरक्षित बाहर निकालना है.