अटल सुंरग का उद्घाटन कर बोले पीएम मोदी, लद्दाख की है लाइफलाइन

आज देश को दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग की सौगात मिल गई है. शनिवार को पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में ‘अटल टनल’ का उद्घाटन किया. लाहौल घाटी में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, आज सिर्फ अटल जी का ही सपना नहीं पूरा हुआ, बल्कि हिमाचल प्रदेश के करोड़ों लोगों का भी दशकों पुराना इंतजार खत्म हुआ है. हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में पीएम मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे मौजूद रहे. अटल टनल का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा:-
  • हमेशा से यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने की मांग उठती रही है, लेकिन लंबे समय तक हमारे यहां बॉर्डर से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट या तो प्लानिंग की स्टेज से बाहर ही नहीं निकल पाए या जो निकले वो अटक गए, भटक गए.
  • 2002 में अटल जी ने इस टनल के लिए अप्रोच रोड का शिलान्यास किया था. अटल जी की सरकार जाने के बाद, जैसे इस काम को भी भुला दिया गया. हालात ये थी कि साल 2013-14 तक टनल के लिए सिर्फ 1300 मीटर का काम हो पाया था.
  • एक्सपर्ट बताते हैं कि जिस रफ्तार से 2014 में अटल टनल का काम हो रहा था, अगर उसी रफ्तार से काम चला होता तो ये सुरंग साल 2040 में जाकर पूरा हो पाती. आपकी आज जो उम्र है, उसमें 20 वर्ष और जोड़ लीजिए, तब जाकर लोगों के जीवन में ये दिन आता, उनका सपना पूरा होता.
  • जब विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ना हो, जब देश के लोगों के विकास की प्रबल इच्छा हो, तो रफ्तार बढ़ानी ही पड़ती है. अटल टनल के काम में भी 2014 के बाद, अभूतपूर्व तेजी लाई गई.नतीजा ये हुआ कि जहां हर साल पहले 300 मीटर सुरंग बन रही थी, उसकी गति बढ़कर 1400 मीटर प्रति वर्ष हो गई. सिर्फ 6 साल में हमने 26 साल का काम पूरा कर लिया.
  • अटल टनल की तरह ही अनेक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स के साथ ऐसा ही व्यवहार किया गया. लद्दाख में दौलत बेग ओल्डी के रूप में सामरिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण एयर स्ट्रिप 40-45 साल तक बंद रही. क्या मजबूरी थी, क्या दबाव था, मैं इसके विस्तार में नहीं जाना चाहता.
  • बिहार में कोसी महासेतु का शिलान्यास भी अटल जी ने ही किया था. 2014 में सरकार में आने के बाद कोसी महासेतु का काम भी हमने तेज करवाया. कुछ दिन पहले ही कोसी महासेतु का भी लोकार्पण किया जा चुका है.
  • हमारी सरकार के फैसले साक्षी हैं कि जो कहते हैं, वो करके दिखाते हैं. देश हित से बड़ा, देश की रक्षा से बड़ा हमारे लिए और कुछ नहीं, लेकिन देश ने लंबे समय तक वो दौर भी देखा है जब देश के रक्षा हितों के साथ समझौता किया गया.
  • बॉर्डर इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए पूरी ताकत लगा दी गई है. सड़क बनाने का काम हो, पुल, सुरंग बनाने का काम हो, इतने बड़े स्तर पर देश में पहले कभी काम नहीं हुआ. इसका बहुत बड़ा लाभ सामान्य जनों के साथ ही हमारे फौजी भाई-बहनों को भी हो रहा है.
  • बीते 6 वर्षों में पुरानी स्थिति को बदलने की दिशा में अभूतपूर्व प्रयास किया गया है. हिमालय क्षेत्र में, चाहे वो जम्मू-कश्मीर हो, कारगिल, लेह लद्दाख हो, उत्तराखंड हो या सिक्किम हो, अनेक प्रोजेक्ट्स पूरे किए जा चुके हैं और दर्जनों प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम चल रहा है.

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