पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में कांग्रेस सांसद पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री मोदी पर संसद का सम्मान न करने का आरोप लगाया है. चिदंबरम ने मंगलवार को कहा, ”प्रधानमंत्री के मन में संसद के लिए इतना बड़ा ‘सम्मान’ है कि वह 13 दिसंबर को शहीद सुरक्षाकर्मियों को दी जाने वाली श्रद्धांजलि में भी शामिल नहीं हुए. वह सब कुछ छोड़ कर वाराणसी चले गए. आप उन्हें केवल वाराणसी और अयोध्या जैसी जगहों पर ही पाएंगे, संसद में नहीं. ”
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री को घेरते हुए कहा कि पिछले 13 दिनों से संसद के शीतकालीन सत्र में प्रधानमंत्री मोदी शामिल नहीं हुए.
राहुल गांधी ने कहा यह कुछ पूंजीपतियों की शक्ति है कि वह वाराणसी में जाकर गंगा स्नान करते हैं. राहुल गांधी ने तंज कसते हुए मंगलवार को कहा कि राज्यसभा से 12 सदस्यों के निलंबन के पीछे प्रधानमंत्री या सरकार नहीं है. ये पूंजीपतियों की शक्ति है.
हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको लेकर एक ट्वीट कर लिखा था कि, मैं उन सभी सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जो 2001 में संसद हमले में कर्तव्य के दौरान शहीद हुए थे. राष्ट्र के लिए उनकी सेवा और सर्वोच्च बलिदान हर नागरिक को प्रेरित करता है.
गौरतलब है कि सोमवार को यानी 13 दिसंबर को संसद भवन पर हुए आतंकी हमले की 20वीं बरसी थी. 20 साल पहले 13 दिसंबर 2001 को पाकिस्तान से आए पांच आतंकियों ने दिल्ली में लोकतंत्र के पवित्र मंदिर, संसद भवन को गोलियों से छलनी करने की कोशिश की थी.
ये हमला संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हुआ था. जिसके बाद 13 दिसंबर को प्रतिवर्ष शहीदों को याद करते हुए सांसदों की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है. लेकिन सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में अपने दौरे पर होने की वजह से इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके, जिसके बाद विपक्ष की ओर से उन पर निशाना साधा जा रहा है.