चक्रवात ‘ताउते’ ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और दिउ के इलाकों में भारी नुकसान पहुंचाया है. इस चक्रवात की चपेट में आने से अकेले गुजरात में 45 लोगों की मौत हुई है. गुजरात और दिउ के इलाकों में चक्रवात से पहुंचे नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हवाई सर्वे किया.
प्रधानमंत्री ने राज्य के उना, दिउ, जाफराबाद और महुवा इलाकों का हवाई सर्वे के जरिए इन इलाकों में हुई तबाही का जायजा लिया. इन इलाकों का दौरा करने के बाद पीएम अहमदाबाद में अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक भी करेंगे.
अधिकारियों का कहना है कि चक्रवात से सबसे ज्यादा नुकसान सौराष्ट्र क्षेत्र में पहुंचा है. यहां 15 लोगों की मौत हुई है. यह तूफान सोमवार रात को अत्यधिक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में राज्य के तट से गुजरा और देर रात डेढ़ बजे के आस-पास इसने राज्य में दस्तक दी.
चक्रवात से पहुंचे नुकसान का जायजा लेने के लिए पीएम मोदी बुधवार को भावनगर पहुंचे. यहां उनकी अगवानी राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने की. बताया जा रहा है कि साल 1998 के राज्य के तटों से टकराने वाला यह सबसे भीषण तूफान था. चक्रवात की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि इसने तटवर्ती इलाकों में बिजली के खंभे और पेड़ों को उखाड़ दिए. तूफान की चपेट में आने से दर्जनों घर क्षतिग्रस्त हुए हैं.
चक्रवात ताउते ने उत्तर भारत के राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के मौसम पर भी असर डाला है. दिल्ली में बुधवार सुबह से रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही है.