प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 मई से 6 मई के बीच यूरोप की यात्रा पर जा सकते हैं. इस दौरान वह फिर से निर्वाचित फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे. इसके अलावा पीएम मोदी कोपेनहेगन में भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन को संबोधित भी करने वाले हैं.
बता दें कि मैक्रों ने फ्रांस के राष्ट्रपति के रूप में दूसरे दौर के लिए शानदार वोटों से जीत हासिल की है.
भारत में एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन पनडुब्बियों और हाई थ्रस्ट एयरक्राफ्ट इंजन का निर्माण करके पीएम मोदी की आत्मानिर्भर भारत परियोजना पर दोनों देशों के आगे बढ़ने की उम्मीद है. मन जा रहा है कि रणनीतिक साझेदार होने के नाते भारत और फ्रांस के बीच हिंद महासागर की मैपिंग को लेकर भी बात हो सकती है. पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के भी एक-दूसरे के साथ व्यक्तिगत संबंध हैं. फ्रांस यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस पर भारतीय स्थिति को समझता है.