उत्तर प्रदेश के कासगंज में शुक्रवार दोपहर एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी को लेकर बड़ा एलान किया. उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर गोवा की बेटी थीं लेकिन वो राम की भक्त थीं और उन्होंने श्रीराम से जुड़े भजनों को अमर कर दिया.
देश की एकता का ये सबसे बड़ा उदाहरण है. पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या के एक चौराहे का नाम लता मंगेशकर के नाम पर रखा जाएगा. जो राम मंदिर के दर्शन के लिए जाएगा वो इसी चौराहे से होकर गुजरेगा, तो उसे उनके भजन भी याद आएंगे. हालांकि पीएम मोदी के आने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी लता मंगेशकर को लेकर यह घोषणा कर चुके थे.
पीएम मोदी ने सीएम योगी की बात को आगे बढ़ाते हुए इस पर मुहर लगा दी है. रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री विपक्ष पर जमकर बरसे. पीएम ने कहा कि ‘परिवारवादी’ लोगों ने महसूस किया है कि उनकी नाव डूब गई है और इसलिए उन्होंने ईवीएम और चुनाव आयोग को दोष देना शुरू कर दिया है.
सच तो यह है कि यूपी के लोग उन्हें और उनके गुंडा राज को मानने को तैयार नहीं हैं. बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के अल्मोड़ा में भी चुनावी रैली को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लोग कहते थे कि पहाड़ों पर सड़कें बनाना आसान नहीं है, इसलिए यहां तो ऐसे ही चलना पड़ता है. लेकिन आज उत्तराखंड में चारों धामों को जोड़ने के लिए ‘ऑल वेदर’ रोड का काम चल रहा है.
ये जिन सड़कों को मुश्किल बताते थे, वहां आज पहाड़ों पर रेल भी पहुंच रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ का संकल्प लेकर काम कर रही है. लेकिन हमारे विरोधियों का फॉर्मूला है कि ‘सबमें डालो फूट, मिलकर करो लूट’, पूरे देश में कांग्रेस की यही नीति रही है.