कुछ दिनों से पश्चिम बंगाल में भी कोरोना महामारी विकराल रूप लेती जा रही है. पूरे देश भर में पिछले 24 घंटे में दो लाख 62 हजार से अधिक संक्रमित मरीज सामने आए हैं. इस वायरस से करीब 15 सौ लोगों ने अपनी जान भी गंवा दी. जनता डरी हुई है. सरकारें लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने और मास्क पहनने की नसीहत दे रही हैं, लेकिन चुनाव प्रचार के नाम पर खुद ही इन नियमों की धज्जियां उड़ाती दिख रही हैं.
लेकिन जब पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार की बात आती है तब पीएम मोदी गृहमंत्री, अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा खामोश नजर आते हैं. वहीं दूसरी ओर टीएमसी ममता बनर्जी और उनके नेताओं को भी चुनाव प्रचार को अब बंद कर देना चाहिए. कोरोना वायरस महामारी की डरावनी रफ्तार के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार रात हालात की समीक्षा के लिए अहम बैठक की.
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के हालात और वैक्सीनेशन अभियान की समीक्षा के लिए बुलाई गई इस मीटिंग में तमाम मंत्रालयों के बड़े अधिकारी मौजूद रहे. प्रधानमंत्री ने कोविड रोगियों के लिए अस्पताल में बेड की संख्या को बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए. पीएम मोदी ने मंत्रालयों के अफसरों के साथ चर्चा में कहा कि टेस्टिंग, ट्रैकिंग और उपचार का कोई विकल्प नहीं है.
उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन को लोगों की चिंताओं के प्रति सक्रिय और संवेदनशील होने की आवश्यकता है. बैठक में पीएम मोदी स्वयं चिंतित दिखाई दिए.
लेकिन प्रधानमंत्री को बंगाल चुनाव प्रचार से दूरी बना लेनी चाहिए. एक तरफ प्रधानमंत्री दिल्ली में कोरोना महामारी को लेकर बैठक करते भी नजर आते हैं दूसरी ओर चुनावी रैलियों में स्वयं ही कोरोना गाइडलाइन के सभी नियम दरकिनार कर दिए जाते हैंं.
महामारी के बढ़ते मामलों के बीच आज भी पार्टी के रणनीतिकार अमित शाह बंगाल में चुनावी कमान संभालेेेे हुए हैं. गृहमंत्री शाह बंगाल में छठे चरण के लिए होने वालेेेे चुनाव मेंं रोड शो और रैली को संबोधित कर रहे हैं. रविवार को बंगाल में अमित शाह के चार चुनावी कार्यक्रम हैं. अकेले पश्चिम बंगाल में अगले आठ दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 6, गृह मंत्री अमित शाह की 10 और ममता बनर्जी की 17 रैलियां होनी हैं.
इन भीड़ भरी सभाओं के घातक नतीजे भी सामने आ रहे हैं. जब से बंगाल में चुनाव प्रचार शुरू हुआ यहां पर कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके जिम्मेदार नेताओं और उनकी चुनावी जनसभाएं ही हैं. लेकिन बंगाल में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को चुनावी रैली कर लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने में लगे हुए हैं.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार