मंगलवार को पीएम मोदी ने दिल्ली में ऑडिट दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. यहां उन्होंने सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण भी किया. वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, ‘एक समय था, जब देश में ऑडिट को एक आशंका, एक भय के साथ देखा जाता था.
सीएजी बनाम सरकार हमारी व्यवस्था की सामान्य सोच बन गई थी. लेकिन, आज ये मानसिकता बदला गई है. और ऑडिट को वैल्यू एडिशन का अहम हिस्सा माना जा रहा है.
पहले देश के बैंकिंग सेक्टर में पारदर्शिता की कमी थी. परिणाम ये हुआ कि बैंकों के एनपीए बढ़ते गए. लेकिन हमने पूरी ईमानदारी के साथ पिछली सरकारों का सच देश के सामने रखा है.’
पीएम ने कहा कि हम समस्याओं को पहचानेंगे, तभी तो समाधान तलाश कर पाएंगे. कॉन्टैक्टलेस कस्टम्स , ऑटोमैटिक रिन्युअल्स , फेसलेस असेसमेंट , सर्विस डिलीवरी के लिए ऑनलाइन एक्लीकेशन्स, इन सारे रिफॉर्म्स ने सरकार के गैर-जरूरी दखल को खत्म किया है.
आगे उन्होंने कहा कि, ‘दशकों तक हमारे देश में की पहचान, सरकारी फाइलों और बहीखातों के बीच माथापच्ची करने वाली संस्था के तौर पर रही है. सीएजी से जुड़े लोगों की यही इमेज बन गई थी.
इसका जिक्र मैंने 2019 में भी आपसे किया था. मुझे खुशी है कि आप तेजी के साथ परिवर्तन ला रहे हैं, प्रक्रियाओं को आधुनिक बना रहे हैं. आज आप एडवांस एनालिटिक्स टूल्स इस्तेमाल कर रहे हैं.
पीएम ने कार्यक्रम में कहा कि, ‘सदी की ये सबसे बड़ी महामारी जितनी चुनौतीपूर्ण थी, उतनी ही इसके खिलाफ देश की लड़ाई भी असाधारण रही है. आज हम दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम चला रहे हैं. कुछ सप्ताह पहले ही देश ने 100 करोड़ वैक्सीन डोज का पड़ाव पार किया.’