जम्मू कश्मीर में कटरा में स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है और घटना में 20 अन्य लोग घायल भी हुए हैं. भगदड़ मंदिर के गर्भगृह के बाहर गेट नंबर तीन के पास हुई थी.
जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने जानकारी दी है कि भगदड़ की यह घटना शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को करीब 2:45 बजे हुई. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक लोगों में कुछ बहस होने के बाद एक दूसरे को धक्का मारने के बाद यह भगदड़ मची है. लेकिन वहां मौजूद लोगों का कुछ और कहना है. एक चश्मदीद का कहना है कि ये भगदड़ पत्थर गिरने की अफवाह फैलने के बाद मची थी.
घटना के दौरान मौजूद चश्मदीदों में से एक ने बताया है कि माता वैष्णो देवी भवन मार्ग पर काफी भीड़ थी. इस भीड़ को देखकर ही घबराहट हो रही थी. लोगों ने कहा है कि इसमें प्रशासन की गलती है कि जब भीड़ थी तो लोगों को रोका क्यों नहीं गया.
लोग चलते जा रहे थे. लुधियाना से गए एक भक्त भी उस दौरान मौके पर मौजूद थे. उन्होंने कहा कि दर्शन के लिए इतनी पर्ची क्यों काटी गईं. अधिक पर्ची काटी गईं, जिसकी वजह से भगदड़ हुई है. उन्होंने बताया कि उन्होंने खंभे पर चढ़कर अपनी जान बचाई है.
वहीं हादसे के बाद वैष्णो देवी यात्रा को प्रशासन की ओर से बंद कर दिया गया था. बाद में हालात सामान्य होने पर दोबारा यात्रा शुरू कर दी गई है. कटरा में यात्री पर्ची भी बननी शुरू हो गई है. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जानकारी दी है कि माता वैष्णो देवी भवन में भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों के लिए 2-2 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा.
वहीं पीएम मोदी ने भी इस घटना पर शोक जताया है. प्रधानमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि उन्होंने स्थिति का जायजा लेने के लिए जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्रियों जितेंद्र सिंह तथा नित्यानंद राय से बात की है.
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ से लोगों की जान जाने से अत्यंत दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जी, मंत्रियों जितेंद्र सिंह जी, नित्यानंद राय जी से बात की और स्थिति की जानकारी ली.’