राजद के मुखिया और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के सब्र का बांध टूट गया. आज राजद कार्यालय पहुंचकर तेज प्रताप यादव ने अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
बताया जा रहा है कि तेज प्रताप यादव की जगदानंद सिंह से नाराजगी की वजह है लालू प्रसाद यादव की रिहाई के लिए जारी अभियान में जगदानंद का साथ न मिलना. आपको याद दिला दें कि तेज प्रताप यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव की रिहाई के लिए ‘आजादी पत्र’ लिखने का अभियान चला रखा है.
आज राजद कार्यालय पहुंचकर तेज प्रताप यादव ने जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. तेज प्रताप यादव ने कहा कि आज लालू यादव जगदानंद सिंह के कारण बीमार हैं. जबसे जगदानंद सिंह राजद के प्रदेश अध्यक्ष बने हैं, उनकी पार्टी कमजोर हो रही है. वह विधायकों से भी नहीं मिलते हैं.
पार्टी के कार्यकर्ताओं और सभी नेता उनसे नाराज रहते हैं. राजद कार्यालय में अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से मिलने के लिए विधायकों को अपॉइंटमेंट लेना पड़ता है.
तेज प्रताप यादव ने यह भी कहा कि जब भी पार्टी कार्यालय आते हैं, तो उनका स्वागत भी नहीं किया जाता है. जगदानंद सिंह उनसे मुलाकात भी नहीं करते हैं. उन्होंने कहा, ‘जब भी मैं कोई कार्यक्रम करता हूं तो जगदानंद सिंह उस कार्यक्रम से दूरी बनाते हैं.
लालू प्रसाद यादव के लिए अभी तक उन्होंने आजादी पत्र भी नहीं लिखा.’ तेज प्रताप यादव ने खुद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के कमरे के बाहर खड़े होकर मीडिया के कैमरे को यह भी दिखाया कि देखिए वे बाहर खड़े हैं और जगदानंद सिंह अभी तक बाहर भी निकल कर नहीं आए हैं.
तेज प्रताप यादव की नाराजगी पर जगदानंद सिंह की बोलती बंद हो गई. इस पूरे मामले पर जगदानंद सिंह कुछ भी बोलने से परहेज करते नजर आए. उन्होंने इस मामले को घर का मामला बताते हुए कहा कि मिल बैठकर के वे इस पर चर्चा करेंगे. हालांकि तेज प्रताप यादव की नाराजगी ने यह साबित कर दिया कि आरजेडी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. लालू प्रसाद यादव के घर में और पार्टी में अंदरुनी कलह इतनी बढ़ गई है कि आज तेज प्रताप यादव को अपने ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ा.