अब बाहर से आने वाले राज्य के लोगों को उत्तराखंड के अंदर प्रवेश करना आसान नहीं होगा. उन्हें राज्य की सीमा पर अनिवार्य रूप से कोरोना की जांच करानी होगी.
जिले के अन्य राज्यों से लगते बार्डर पर मंगलवार से पेड कोरोना जांच शुरू हो जाएगी. उत्तराखंड सरकार ने कहा है कि इस जांच के लिए लोगों को स्वयं पैसे देने होंगे.
उत्तराखंड सरकार के इस फैसले के बाद बाहरी लोगों में आक्रोश भी देखा जा रहा है. यहां हम आपको बता दें कि एक व्यक्ति की पूर्ण जांच के लिए लगभग 2000 रुपए कीमत रखी गई है.
ऐसे में उन लोगों के लिए इस जांच का पेमेंट करना आसान नहीं होगा. त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने यह फैसला राज्य में बढ़ते संक्रमित मरीजों को देखते हुए लिया है.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत तेजी के साथ बढ़ती जा रही है, हर दिन लगभग एक हजार मरीज इस महामारी की चपेट में आते जा रहे हैं.
जिला प्रशासन बॉर्डर क्षेत्रों में कलेक्शन प्वाइंट बनाने में जुटा
जिला प्रशासन बार्डर एरिया पर बिना जांच के आने वाले लोगों का सेंपल लेने के लिए सेंपल कलेक्शन प्वाइंट तैयार कर रहा है. जिले में बार्डर एरिया आशारोड़ी, कुल्हाल और रायवाला के साथ ही एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर बाहरी लोग पहुंचते हैं.
हाल में शासन ने तय किया है राज्य में बाहर से आने वाले सभी लोगों की कोरोना जांच करा ली जाए. जो लोग चार दिन के भीतर की कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव लेकर आएंगे, उन्हें छोड़ दिया जाएगा.
जबकि, अन्य का मौके पर प्राइवेट लैब जांच सेंपल लेगी.जांच का खर्ज खुद सेंपल देने वाले व्यक्ति को देना होगा.
सेंपल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही संबंधित को घूमने की छूट रहेगी. रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उपचार शुरू होगा. वहीं रिपोर्ट आने तक भी संबंधित को अपने रुकने के स्थान पर क्वारंटाइन रहना होगा.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार