श्रीनगर| जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती के तिरंगे और अनुच्छेद 370 पर टिप्पणी के बाद तीन नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है. पीडीपी नेताओं टीएस बाजवा, वेद महाजन और हुसैन ए वफ्फा ने पीडीपी से इस्तीफा दे दिया है.
पार्टी अध्यक्ष मुफ्ती को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि वे ‘उनके कुछ कामों और बयानों, विशेष रूप से जो देशभक्ति की भावनाओं को आहत करते हैं की वजह से असहज महसूस कर रहे हैं.’
महबूबा मुफ्ती ने हाल ही में कहा था कि उन्हें चुनाव लड़ने या तिरंगा पकड़ने में में कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने कहा कि वो तिरंगे को तभी फहराएंगी जब अनुच्छेद 370 को वापस कर दिया जाएगा.
हाल में जब वो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थीं तो उनकी मेज पर एक झंडा जम्मू-कश्मीर का था और दूसरा झंडा उनकी पार्टी का था. जब उनसे पूछा गया कि आप ने तिरंगा क्यों नहीं लगाया तो उनका जवाब था कि डाकुओं ने उनके झंडे को छीन लिया है.
उनके बयान पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी साथ ही बीजेपी कार्यकर्ता सोमवार सुबह तिरंगा लेकर श्रीगनर के प्रसिद्ध लाल चौक पहुंच गए हैं और ‘भारत माता की जय’ नारे के जयकारे के साथ तिरंगा फहराने की कोशिश की.
वहीं इससे पहले रविवार को भी बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने जम्मू में पीडीपी के कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर तिरंगा फहराया था. इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जम्मू स्थिति महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी के दफ्तर पर तिरंगा फहराया.