देश के अंतिम गांव माणा से माणा पास तक डबल लेन सड़क का डामरीकरण कार्य अगले साल तक पूरा हो जाएगा.
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) माणा से रताकोणा तक करीब 38 किमी के हिस्से में डामरीकरण कार्य इसी साल पूरा कर लेगा.
डामरीकरण होने से चीन सीमा पर सेना के वाहनों की आवाजाही काफी आसान हो जाएगी.
बीआरओ ने चीन सीमा तक डबल लेन सड़क तो पहुंचा दी है, लेकिन अभी इसके डामरीकरण का कार्य चल रहा है.
माणा गांव से माणा पास तक सड़क की लंबाई करीब 53 किमी है जिसकी कटिंग का काम वर्ष 2016 में कटिंग पूरा हो गया था.
इन दिनों सड़क पर डामरीकरण कार्य चल रहा है. सर्दियों में यहां बर्फ पड़ती है, जिससे काम बंद करना पड़ता है.
इसलिए बीआरओ रताकोणा तक करीब 38 किमी के हिस्से में इसी साल डामरीकरण पूरा कर देना चाहता है.
इसके लिए काम जोरों पर है. रताकोणा से माणा पास तक 15 किमी का हिस्सा डामरीकरण के लिए रह जाता है, जिसे अगले साल पूरा किया जाएगा.
सड़क पर डामरीकरण होने से सेना के लिए काफी सुविधा हो जाएगी.
बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि माणा से माणा पास तक डबल लेन बनकर तैयार हो चुका है.
रताकोणा तक इसी साल डामरीकरण भी कर दिया जाएगा. वहां से सड़क के शेष हिस्से को अगले सात तक पक्का कर दिया जाएगा.