सोमवार को पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि हम भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं लेकिन कश्मीर प्रश्न के शांतिपूर्ण समाधान के बिना ऐसा नहीं हो सकता. हम हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर का मुद्दा उठाएंगे.
उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी को यह समझने की सलाह दूंगा कि दोनों तरफ गरीबी है. मैं मोदी से आह्वान करता हूं कि आओ और जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को सुलझाएं और फिर आओ मिलकर गरीबी से लड़ें.
पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुने जाने के तुरंत बाद शहबाज शरीफ ने अपने उद्घाटन भाषण में कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि घाटी के लोगों का खून बह रहा है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर मामले को उठाने के अलावा उन्हें राजनयिक और नैतिक समर्थन प्रदान करेगा. उन्होंने कहा कि पड़ोसी पसंद की बात नहीं है, यह ऐसी चीज है जिसके साथ हमें रहना है और दुर्भाग्य से भारत के साथ पाकिस्तान के संबंध अपनी स्थापना के बाद से कभी अच्छे नहीं रहे.
उन्होंने अगस्त 2019 में भारत द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर गंभीर और कूटनीतिक प्रयास नहीं करने के लिए इमरान खान पर हमला किया. अगस्त 2019 में जब जबरदस्ती अतिक्रमण किया गया और अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया, तो हमने क्या गंभीर प्रयास किए.
हमने कितनी गंभीर कूटनीति की कोशिश की. कश्मीरियों का खून कश्मीर की सड़कों पर बह रहा है और कश्मीर घाटी उनके खून से लाल है. हम हर मंच पर कश्मीरियों के भाई-बहनों के लिए आवाज उठाएंगे, कूटनीतिक प्रयास किए जाएंगे, उन्हें कूटनीतिक समर्थन मुहैया कराया जाएगा, हम उन्हें नैतिक समर्थन देंगे.