नगरोटा में जिस तरह से जैश के आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया उसकी पीएम मोदी ने तारीफ करते हुए कहा कि आतंकी तबाही के इरादे से आए थे.
लेकिन जिस तरह से प्रो एक्टिव कार्रवाई हुई वो देश के इरादे को व्यक्त करती हैं.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकी तंजीम ने जिस तरह से दहशत फैलाने की नाकाम कोशिश की उससे सबकुछ साफ है.
इस संबंध में पाक उच्चायोग के इंचार्ज को भारत ने तलब किया और नाराजगी जाहिर की.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक डिजिटल मोबाइल रेडियो पाकिस्तानी कंपनी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स का है और इससे जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक घुसपैठ करने वाले आतंकी सीमा पार अपने आकाओं के संपर्क में थे। इसके अलावा आतंकियों ने जो जूते पहने थे वो कराची में बने थे.
आतंकियों के पास से वायरलेस सेट और एक जीपीएस डिवाइस भी बरामद किया गया था.
बताया जाता है कि जिस समय आतंकी नगरोटा टोल बूथ पर मारे गए उस समय तक उनके लोकेशन की जानकारी उनके आकाओं को थी. लेकिन वो अपने मकसद में नाकाम रहे.
इस विषय पर शुक्रवार को एनएसए अजीत डोभाल ने पीएम मोदी को विस्तार से जानकारी दी थी. जांच में जो जानकारी सामने आई वो होश उड़ाने वाली थी.
आतंकी किसी महत्वपूर्ण शख्सियत के साथ साथ मुंबई हमले जैसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे.
वो खास मकसद को पूरा करने के लिए सरहद पार से भेजे गए थे. लेकिन सुरक्षाबलों की सतर्कता से उनका सफर नगरोटा में ही समाप्त हो गया.
Pakistan Cd’A was summoned by the Ministry of External Affairs today and a strong protest was lodged at the attempted attack. It was demanded that Pakistan desists from its policy of supporting terrorists & terror groups operating from its territory: Ministry of External Affairs pic.twitter.com/lXGj2Tld1D— ANI (@ANI) November 21, 2020