इस्लामाबाद|….. भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में जंग जैसे हालात के बीच पाकिस्तान ‘टू फ्रंट वॉर’ की तैयारी में जुट गया है. पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने बुधवार को अपने शीर्ष जनरलों के साथ रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय में बैठक की.
इस बैठक में जनरल बाजवा ने कहा कि पाकिस्तानी सेना रणनीतिक और क्षेत्रीय हालात को ध्यान में रखते हुए जंग की अपनी तैयारी के स्तर को बढ़ा दे. पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने कहा, ‘देश के हितों के खिलाफ पाकिस्तान विरोधी तत्वों के पांचवीं पीढ़ी के युद्ध कौशल और हाइब्रिड वॉरफेयर को देखते हुए सेना सरकार की नीतियों के साथ मिलकर देश की रक्षा करे.’ पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने आरोप लगाया कि भारत लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है जो क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए बड़ा खतरा है.
पिछले दिनों पाकिस्तान के डिफेंस डे और शहीद दिवस पर रावलपिंडी में आयोजित कार्यक्रम में जनरल बाजवा ने कहा था कि हम पांचवीं पीढ़ी या हाइब्रिड का सामना कर रहे हैं. इसका उद्देश्य पाकिस्तान और सेना को बदनाम करना तथा अव्यवस्था पैदा करना है. उन्होंने कहा, ‘हम इस खतरे से वाकिफ हैं और देश की मदद से इस जंग को निश्चित रूप से जीतेंगे.’ भारत का नाम लिए बिना बाजवा ने कहा कि अगर हमारे ऊपर युद्ध थोपा गया तो हम हर एक आक्रामक कार्रवाई का करारा जवाब देंगे.
हाइब्रिड वॉरफेयर एक व्यापक सैन्य रणनीति है जिसके जरिए दुश्मन देश में राजनीतिक युद्ध, मिश्रित परंपरागत युद्ध और साइबर युद्ध को अंजाम दिया जाता है. साइबर युद्ध में फेक न्यूज, कूटनीति और चुनावी हस्तक्षेप के जरिए दुश्मन को प्रभावित करने प्रयास किया जाता है. भारत के खिलाफ हाइब्रिड वॉर छेड़ रखा पाकिस्तान अब भारत पर इसके लिए आरोप लगा रहा है. दरअसल, पाकिस्तान बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा इलाके में स्थानीय जनता के जोरदार विरोध का सामना कर रहा है.
इसमें कई पाकिस्तानी सैनिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. पाकिस्तान आरोप लगाता है कि भारत ऐसे विद्रोहियों की मदद करता है. पाकिस्तानी सेना को जन विद्रोह के और तेज होने का डर सता रहा है. बलूचिस्तान इलाके में चीन भी अरबों डॉलर का निवेश कर रहा है.