इस्लामाबाद|…. आए दिन भारत को कोसने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का मन बदला है और वह एक कार्यक्रम में अपने पड़ोसी देश की प्रशंसा एवं मिसाल पेश करते नजर आए हैं.
इमरान ने गुरुवार को लाहौर में स्पेशल टेक्नॉलजी जोन टेक्नोपॉलिस का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने भारत और चीन दोनों की मिसाल दी. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान एक ही समय आजाद हुए लेकिन सूचना एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत ने लंबी छलांग लगा दी और हम पीछे रह गए.
‘एआरवाई’ न्यूज के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘दुनिया की शीर्ष टेक कंपनियों में से प्रत्येक का टर्नओवर 1000 अरब डॉलर है. यहां तक कि भारत 150 अरब डॉलर से ज्यादा कीमत का टेक प्रोडक्ट निर्यात करता है.
जबकि पाकिस्तान केवल एक अरब डॉलर के टेक उत्पाद निर्यात करता है.’ इमरान ने कहा कि पाकिस्तान के टेक क्षेत्र में बहुत सारी संभावनाएं हैं और वह अकेले देश का सारा कर्जा उतार सकता है.
उन्होंने कहा, ‘टेक्नोलॉजिकल जोन आईटी सेक्टर की सेवाओं को आसान बनाएंगे.’ चीन और भारत का हवाला देते हुए इमरान ने कहा कि इन देशों में लोगों ने टेक क्षेत्र में निवेश किया और बाद में अंतरराष्ट्रीय निवेशक उनके साथ जुड़ गए.
परियोजना का उद्घाटन करते समय इमरान ने टेक्नॉलजी जोन के निर्माण के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार एवं उच्च शिक्षा आयोग की टीम की प्रशंसा की.
यह टेक्नॉलजी जोन लाहौर में 800 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में फैला है. इस मौके पर इमरान ने कहा कि पाकिस्तान की 60 फीसदी आबादी युवा है, इसे देखते हुए आईटी क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं.
इमरान ने कहा कि उनकी सरकार आईटी सेक्टर की सभी दिक्कतों को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर के विकास से बेरोजगारी की समस्या भी बहुत हद तक सुलझेगी और महिला घर में रहते हुए ऑनलाइन नौकरी कर सकती है.