रविवार को बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने बताया कि इस साल 3 मई को तीर्थयात्रा शुरू होने के बाद से 19 लाख से अधिक भक्तों ने चार धाम यात्रा की है. मंदिर समिति ने बताया कि 11 जून की शाम तक उत्तराखंड के चारधाम पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की कुल संख्या 19,04,253 है.
8 मई से 11 जून की शाम तक 6,57,547 श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम पहुंचे जबकि 6 मई से 11 जून की शाम तक 6,33,548 श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे. इस बीच उत्तराखंड में 27 मई तक यात्रा के दौरान कुल 91 तीर्थयात्रियों की जान चली गई है.
इससे पहले उत्तराखंड सरकार ने 11 मई को यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ में तीर्थयात्रियों की संख्या में एक-एक हजार की बढ़ोतरी करने के अपने फैसले की घोषणा की थी. बढ़ोतरी के बाद एक दिन में 16,000 भक्त बद्रीनाथ धाम, 13,000 भक्त केदारनाथ धाम, 8,000 भक्त गंगोत्री धाम और 5,000 भक्त यमुनोत्री धाम की यात्रा कर सकते हैं.
इस साल गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 3 मई को खोले गए, जबकि केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई और बद्रीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खोले गए थे. इस साल यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन में एक नया रिकॉर्ड भी दिखा है. 10 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने अब तक रजिस्ट्रेशन कराया है.
वहीं मध्य प्रदेश के पन्ना जिले से तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस के 5 जून को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री मंदिर के रास्ते में गहरी खाई में गिर जाने से 26 लोगों की मौत हो गई और चार अन्य लोग घायल हो गए. विमान में ड्राइवर और हेल्पर के अलावा 28 यात्री सवार थे.