गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई हिंसा और आगजनी को लेकर विपक्षी भी किसानों का साथ दे या न दे सोच विचार कर रहा था लेकिन एक बार फिर राकेश टिकैत के आंसुओं और उनके समर्थकों में उमड़े जनसैलाब को देखकर विपक्ष के नेता भी अब किसान आंदोलन के समर्थन में खुलकर आ गए.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दे पर ट्वीट किया, उन्होंने लिखा कि ये एक साइड चुनने का समय है. मेरा फैसला साफ है, मैं लोकतंत्र के साथ हूं, उन्होंने कहा कि मैं किसानों और उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ हूं.
आज सुबह राहुल गांधी ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे किसान मजदूर पर वार करके भारत को कमजोर कर रहे हैं, इसमें फायदा सिर्फ देश विरोधी ताकतों का ही होगा.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा कि आधी रात लाठी से किसान आंदोलन को खत्म करने की कोशिश की गई, प्रियंका ने कहा कि गाजीपुर, सिंघु बॉर्डर पर किसानों को धमकाया जा रहा है, यह लोकतंत्र के हर नियम के विपरीत है. प्रियंका ने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ इस संघर्ष में खड़ी रहेगी.
बसपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी अपना समर्थन किसानों के लिए दिखाया है. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी राकेश टिकैत से फोन पर बात की है. सपा प्रमुख अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी किसानों के हित की लड़ाई लड़ रही है.
राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया अजित सिंह और बेटे जयंत चौधरी राकेश टिकैत के समर्थन में खुलकर आ गए हैं. यही नहीं जयंत तो गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंच भी गए.दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी भाजपा सरकार और किसानों की लड़ाई में कूद गए हैं.
मनीष सिसोदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी का किसानों के लिए पूरी तरह समर्थन है. दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राकेश टिकैत से बात की, संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और आप पूरी तरह किसानों के साथ है.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार