पटना| बिहार की सत्ताधारी जदयू ने लोजपा को बड़ा झटका दिया है. दूसरे शब्दों में ऐसा भी कहा जा सकता है कि जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने लोजपा को निपटा दिया है. मंगलवार को लोजपा के एक मात्र विधायक राजकुमार सिंह ने जेडीयू का दामन थाम लिया. इसके बाद बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने लोजपा विधायक दल के जेडीयू में विलय की मान्यता दे दी.
बेगूसराय के मटिहानी विधानसभा से लोजपा के टिकट पर जीत कर आए विधानसभा पहुंचे राजकुमार सिंह काफी दिनों से जदयू के संपर्क में थे. कई दफे उन्होंने खुलकर सरकार का समर्थन किया था.
मंगलवार को उन्होंने विधिवत लोजपा छोड़कर जदयू का दामन थाम लिया. महिटानी से विधायक राजकुमार सिंह ने बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा के समक्ष उपस्थित होकर जेडीयू में के सदस्य के रूप में मान्यता देने का अनुरोध किया था.
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा एवं सत्ताधारी जेडीयू के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने भी विलय पर अपनी सहमति की सूचना दी थी. विधानसभा सचिवालय की तरफ जारी पत्र में कहा गया कि भारत के संविधान की दसवीं अनुसूची के प्रावधानों के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष ने लोक जनशक्ति पार्टी विधायक दल का जनता दल यूनाइटेड विधायक दल में विलय की मान्यता प्रदान की है. आज से राजकुमार सिंह जनता दल यूनाइटेड विधायक दल के सदस्य के रूप में अधिसूचित किए जाते हैं.
बिहार में पिछले साल हुए चुनाव में लोजपा अपने दम पर चुनाव लड़ी थी. लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने खासकर जेडीयू के सभी कैंडिडेट्स के खिलाफ उम्मीदवार उतार कर नीतीश कुमार को झटका देने की पूरी कोशिश की थी.
आज लोजपा छोड़ चुके राजकुमार सिंह को भी चिराग पासवान ने जेडीयू कैंडिडेट बोगो सिंह के खिलाफ मटिहानी के रण में उतारा था. राजकुमार सिंह ने जेडीयू के विधायक रहे बोगो सिंह को मटिहानी विधानसभा चुनाव में हराकर जीत हासिल की थी.
चुनाव जीतने के बाद से ही उनकी नजदीकियां जेडीयू से बढ़ने लगी थीं. कई बार वे मंत्री अशोक चौधरी व अन्य जेडीयू नेताओं के आवास पर भी देखे गए थे. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार की जमकर तारीफ भी की थी.
हाल ही में बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में उन्होंने जेडीयू विधायक महेश्वर हजारी के पक्ष में विस में मतदान भी किया था. इसके बाद लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान ने विधायक राजकुमार सिंह से शो-कॉज भी पूछा था. जेडीयू के समर्थन पर शो-कॉज पूछे जाने के बाद ये कयास लगने लगे थे कि वे बहुत जल्द जेडीयू का दामन थाम सकते हैं.