आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर में कर्मचारियों की नियुक्ति को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस पवित्र मंदिर में केवल हिंदू ही काम करें। यदि अन्य धर्मों के लोग वर्तमान में वहां कार्यरत हैं, तो उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाए बिना उन्हें अन्य स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री नायडू ने राज्य के सभी राजधानियों में वेंकटेश्वर स्वामी के मंदिर बनाने की योजना भी घोषित की है।
इसके अलावा, उन्होंने तिरुमाला मंदिर के पास मुमताज़ होटल के निर्माण की स्वीकृति को रद्द कर दिया है, यह कहते हुए कि सात पहाड़ियों के आस-पास कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं होनी चाहिए।
यह बयान और निर्णय तब आए हैं जब पिछले प्रशासन के दौरान तिरुमाला मंदिर में लड्डू प्रसाद में कथित रूप से गोमांस वसा मिलाए जाने का विवाद सामने आया था। इस आरोप के बाद, भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच का आदेश दिया था।
मुख्यमंत्री नायडू के तिरुमाला मंदिर में केवल हिंदू कर्मचारियों की नियुक्ति की नीति पर विभिन्न समुदायों और राजनीतिक दलों से मिश्रित प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, जिससे इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा जारी है।