बुधवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कोरोना के साए में सभा का एक दिन का मानसून सत्र शुरू हो गया है.
ऐसा भी पहली बार होगा, जब कोरोना संक्रमण के चलते विधानसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष व उपनेता प्रतिपक्ष सदन में मौजूद नहीं रहेंगे.
इस बार सत्र में प्रश्नकाल नहीं होगा. सरकार की ओर से नौ अध्यादेश विधेयक के रूप में और 10 नए विधेयक पेश किए जाएंगे.
विधानसभा ने साफ किया है कि जिन विधायकों की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव होगी, उन्हें ही सदन में प्रवेश दिया जाएगा.
कड़ी सुरक्षा और कोविड प्रोटोकॉल के बीच विद्यायकों को सदन में एंट्री दी गई.
इस एक दिन के मानसून सत्र में राज्य की 70 विधानसभा सदस्यों में से लगभग आधे ही सदन में पहुंचे हैं.
राज्य में लगातार बढ़ते जा रहे संक्रमित मरीजों की वजह से पहले मानसून सत्र रद करने की भी चर्चा चल रही थी.
लेकिन कई विधेयक पारित करने थे, तब जाकर त्रिवेंद्र सिंह सरकार ने यह सत्र कराने की मंजूरी दी थी.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार