देश में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका के बीच कुछ दिनों में देश को एक और कोविड 19 रोधी वैक्सीन मिल सकती है. केंद्र सरकार और Zydus Cadila इस हफ्ते दुनिया की पहली कोविड रोधी डीएनए वैक्सीन ZyCoV-D की कीमत तय कर सकते हैं.
जायकोव-डी एक प्लाज्मिड डीएनए टीका है. प्लाज्मिड इंसानों में पाए जाने वाले डीएनए का एक छोटा हिस्सा होता है. ये टीका इंसानी शरीर में कोशिकाओं की मदद से कोरोना वायरस का ‘स्पाइक प्रोटीन’ तैयार करता है, जिससे शरीर को कोरोना वायरस के अहम हिस्से की पहचान करने में मदद मिलती है. इस प्रकार शरीर में इस वायरस का प्रतिरोधी तंत्र तैयार किया जाता है.
एक अंग्रेजी अखबार के अनुसार 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती के मौके पर वैक्सीन लॉन्च हो सकती है. भारत के औषध महानियंत्रक ने पिछले महीने जायडस कैडिला के स्वदेशी तौर पर विकसित सुई-मुक्त कोविड-19 टीके जायकोव-डी को आपातकालीन उपयोग प्राधिकार (ईयूए) दिया है, जिसे देश में 12-18 वर्ष के आयु वर्ग के लाभार्थियों को दिया जाना है.
टीके की प्रभावशीलता 66 प्रतिशत है और इसे दो से आठ डिग्री सेल्सियस तापमान में रखना होता है. इसकी तीन खुराक लाभार्थियों को दी जाएंगी. पहली खुराक के 28 दिन बाद दूसरी खुराक और 56 दिन बाद तीसरी खुराक दी जाएगी.
बीते दिनों नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल ने कहा कि जायडस कैडिला के डीएनए टीके को व्यावहारिक स्वरूप और कार्यान्वयन में लाने के लिए तैयारी चल रही है और इसके लिये कई दौर की चर्चा हुई है.
उन्होंने कहा था, ‘कीमत भी एक स्पष्ट मुद्दा है. बातचीत चल रही है और जल्द ही एक निर्णय लिया जाएगा. पूरी तैयारी के साथ, फिर यह देश के राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा बन जाएगी. हम लाभार्थियों या लक्षित समूह, जिन्हें टीका दिया जाना है, को लेकर एनटीएजीआई की सिफारिशें प्राप्त करने के लिए उत्सुक हैं. काम प्रगति पर है और आने वाले समय में आप इसके बारे में और अधिक सुनेंगे.’
साभार-न्यूज़ 18