यूपी के चुनावी नतीजों के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के मुखिया ओम ओमप्रकाश राजभर के तेवर बदले- बदले नजर आ रहे हैं. राजभर ने पहली बार स्वीकार किया है कि उन्हें पहले चरण के बाद से ही उन्हें अपनी हार का एहसास हो गया था.
राजभर ने कहा कि हार का अहसास होने के बावजूद उन्होंने चुप रहना बेहतर समझा. राजभर ने कहा, ‘एक डॉक्टर की तरह, जो एक मरीज के परिवार को कभी नहीं बताता कि वह मरने वाला है, लेकिन वह वास्तव में मर जाता है.’
राजभर ने स्वीकार किया कि गठबंधन मतदाताओं के दिमाग को पढ़ने में विफल रहा. जब मीडिया ने उनसे चुप्पी को लेकर सवाल किया तो राजभर ने कहा, ‘मैं उस समय हारने की बात कैसे कर सकता था, क्योंकि 6 चरण और बाकी थे. हम अपने प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे और पता लगाएंगे कि हम असफल क्यों हुए.
उन्होंने कहा कि सपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, बस्ती, अंबेडकर नगर और जौनपुर जैसे जिलों में उन सीटों पर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया जहां एसबीएसपी जमीनी स्तर पर सालों से काम कर रही थी.’
राजभर ने कहा, ‘हर पार्टी, हर मोर्चा की कोशिश रहती है कि वो सरकार बनाए लेकिन हम मतदाओं तक अपनी बात पहुंचाने में असफल रहे. प्रयास में हमारी कमी रही औऱ लोगों तक हम सही तरह से अपनी बात नहीं रख पाए.
कहां कमी रह गई है इस पर हम विचार करेंगे और अध्ययन करें और फिर से लोगों के बीच जाएंगे. सरकार बनाने में हम असफल रहे. लेकिन एसबीएसपी ने बेहतर प्रदर्शन किया है और पूर्व की तुलना में एक बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.’