कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के महासचिव नागेश करिअप्पा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ दिल्ली पुलिस में पिछले दिनों ‘गुमशुदगी’ की रिपोर्ट दर्ज कराई है. ‘करिअप्पा ने कहा कि राजनेता राष्ट्र की सेवा करने के लिए होते हैं और देश के लोगों की देखभाल करते हैं और संकट की स्थिति होने पर भागते नहीं हैंं’. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद सरकार में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति महामारी के दौरान गायब है.
कांग्रेस की इस इकाई की ओर से कहा गया है कि हम सभी इस विनाशकारी महामारी से पीड़ित हैं और हमें अपने नागरिकों का समर्थन करने और उनके कार्यों के लिए जवाबदेह होने के लिए एक सरकार की आवश्यकता है. ‘नागेश करियप्पा ने अमित शाह से सवाल किया कि आप देश के गृहमंत्री हैं या केवल बीजेपी के’? उन्होंने कहा कि हम कोरोना काल में लोगों को हो रही परेशानियों को समझते हैं और वर्तमान सरकार और उसके शीर्ष नेताओं के गायब होने पर एनएसयूआई ने एक लापता शिकायत दर्ज कराई है.
हम उम्मीद करते हैं कि देश के गृहमंत्री जल्द ही ढूंढ लिए जाएंगे, जिसके बाद वह अपने कर्तव्य का निर्वाहन करेंगे. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी अमित शाह के कोरोना संकटकाल में इतने दिनों तक चुप्पी बनाए रखने पर तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं.
दूसरी ओर संकटकालीन समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमित शाह केेे बिना डटे हुए हैं. ‘वैसे हमारे न्यूज पोर्टल के विचार यह हैं कि भाजपा के ‘चाणक्य’ कहे जाने वाले अमित शाह जैसे विरोधियों और चुनाव मैदानों में गरजते रहे हैं वैसे ही इस वैश्विक महामारी को लेकर वह कोई आक्रामक नीति अपनाते तो इस वैश्विक महामारी से निपटने में देशवासियों का मनोबल बढ़ता’.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार