उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने भर्ती परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सख्त नियम लागू किए हैं. परीक्षार्थियों को केंद्र पर अपना पेन लाने की इजाजत नहीं होगी. साथ ही प्रवेश पत्र के अलावा एक और फोटो आईडी दिखानी होगी. मंगलसूत्र, कुंडल के अलावा अन्य किसी भी प्रकार के अन्य आभूषण भी केंद्र पर वर्जित कर दिए गए हैं.
फॉरेस्ट गार्ड भर्तीं परीक्षा में नकल का भंडाफोड़ होने के बाद से आयोग परीक्षा प्रणाली में रह गई खामियों को ठीक कर रहा है. इसीक्रम में आयोग ने परीक्षार्थियों के लिए नए नियम लागू किए हैं.
परीक्षा केंद्र पर प्रवेश के लिए आयोग द्वारा भेजे गए प्रवेश पत्र के अलावा अब फोटो युक्त आईडी भी दिखानी होगी, साथ ही प्रवेश पत्र से मिलने वाली दो रंगीन फोटो भी दिखानी होगी. कोरोना काल तक फेसमास्क का इस्तेमाल किया जा सकेगा, साथ ही तलाशी भी एयरपोर्ट की तर्ज पर हैंड हैंडिल मैटल डिटेक्टर से होगी.
जांच के दौरान अधिक समय लगने की संभावना को देखते हुए आयोग ने परीक्षार्थियों से जैकेट के साथ ही हाई हील वाले जूते, सैंडिल का भी इस्तेमाल नहीं करने को कहा है.
इसके साथ ही महिला अभ्यर्थी मंगलसूत्र और कुंडल का इस्तेमाल कर सकेंगे, अन्य किसी भी प्रकार का आभूषण केंद्र पर वर्जित कर दिया गया है. मोबाइल सहित अन्य इलेक्ट्रोनिक उपकरण के साथ ही व्हाइटनर का प्रयोग भी वर्जित रहेगा.
आयोग ने स्पाई पेन के जरिए नकल की आशंका को देखते हुए, परीक्षार्थियों को अपना पेन लाने पर रोक लगा दी है. आयोग के सचिव संतोष बड़ोनी के मुताबिक इसके स्थान पर आयोग सभी को अपना पेन देगा.
ओएमआर शीट पर उक्त पेन के अलावा दूसरा पेन इस्तेमाल किया जाना, नकल की श्रेणी में माना जाएगा. ऐसे अभ्यर्थियों की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा. दो घंटे की सामान्य परीक्षा में टॉयलेट जाने की इजाजत अपरिहार्य कारणों से ही दी जाएगी.
आयोग के सचिव संतोष बड़ोनी ने बताया कि उक्त नियम इस रविवार को आयोजित होने जा रही पंतनगर विश्वविद्यालय सहायक लेखाकार परीक्षा से ही लागू होंगे. रविवार को होने जा रही परीक्षा के लिए हल्द्वानी और देहरादून 29 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 8327 परीक्षार्थी शामिल होंगे.