बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए की ओर से भले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे को आगे किया गया हो लेकिन बिना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी वैतरणी पार करने में एनडीए समर्थ नहीं है.
तभी पीएम मोदी दिल्ली से बिहार के लिए ‘विकास योजनाओं का श्रीगणेश’ करने में लगे हुए हैं. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर सराहना भी की.
मोदी ने कहा है कि आधुनिक बिहार को गढ़ने में नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका है. उन्होंने कहा कि नए भारत, नए बिहार में सब कुछ तेजी से हो रहा है.
पीएम ने कहा कि बदलतेेे बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी बहुत बड़ी भूमिका है.उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के कार्यकाल में खुले संस्थानों मेें आज बिहार में शिक्षा के बड़े-बड़े केंद्र खुल रहे हैं.
मोदी ने मुख्यमंत्री के कामकाज की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि पिछले 15 सालों में बिहार ने यह दिखाया है कि अगर सही सरकार हो, सही फैसले लिए जाएं, स्पष्ट नीति हो तो विकास होता है और हर एक तक पहुंचता भी है.
आज भले ही पीएम नरेंद्र मोदी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करने में जुटे हुए हैं लेकिन अभी कुछ समय पहले ऐसा था जब दोनों में विशेष राज्य दर्जा की मांग को लेकर ‘ठनी’ हुई थी.
नीतीश कुमार ने जब वर्ष 2015 में बिहार में तीसरी बार सत्ता संभाली थी तभी से वह केंद्र की भाजपा सरकार से राज्य को विशेष राज्य की दर्जा देने की मांग करते आ रहे थे. पिछले वर्ष नीतीश ने यह मांग और भी तेज कर दी थी.
लेकिन फिर भी पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया.
उसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश ने साफ किया कि भले केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा विशेष राज्य का दर्जा बिहार के वोटरों से वादा करने के बाद भी पूरा नहीं किया गया लेकिन वो अपनी मांग पर कायम रहेंगे.
मोदी सरकार के इसी वर्ष जनवरी में एनआरसी और एनपीआर देश में लागू करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संबंधों में खटास आ गई थी.
हम आपको बता दें कि एनआरसी-एनपीआर को लेकर नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार का विरोध भी किया था. लेकिन अब बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए पीएम मोदी और नीतीश कुमार एक दूसरे की प्रशंसा करने में लगे हुए हैं.
वहीं पीएम मोदी बिहार हितों को ध्यान में रखते हुए सभी विकास योजनाएं जल्दी-जल्दी लागू कर रहे हैं.
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार