पश्चिम बंगाल में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन इसके पहले राजनीतिक दलों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. राज्य की मुख्यमंत्री एवं टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा.
ममता ने आरोप लगाया कि ओवैसी को चुनाव लड़ने के लिए भाजपा उन्हें पैसे देती है. अब ओवैसी ने ममता पर पलटवार किया है. एआईएमआईएम प्रमुख ने बुधवार को कहा कि पैसे के दम पर उन्हें खरीदने वाला कोई व्यक्ति आज तक पैदा नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के आरोप निराधार हैं. वह बैचैन हैं.
जलपाईगुड़ी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अल्पसंख्यक वोटों के बंटवारे के लिए भाजपा हैदराबाद से एक पार्टी को पकड़ लाई है.
भाजपा उन्हें पैसे देती है और वे वोटों का बंटवारा कर रहे हैं. बिहार के चुनाव परिणाम से यह साबित हुआ है.’ ममता के इस आरोप पर ओवैसी ने कहा, ‘आज तक कोई पैदा नहीं हुआ जो ओवैसी को पैसे के दम पर खरीद ले.’
एआईएमआईएम प्रमुख ने आगे कहा, ‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आरोप गलत हैं क्योंकि वह बेचैन हैं. उन्हें अपने घर की चिंता करनी चाहिए क्योंकि उनकी पार्टी से बहुत सारे लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं. ममता ने बिहार के मतदाताओं और जिन्होंने हमें वोट किया उनका अपमान किया है.’
ओवैसी से यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर यूपी में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी. इस पर उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के साथ मिलकर यूपी के चुनावी मैदान में जाएगी.
रैली में भाजपा पर निशाना साधते हुए टीएमसी प्रमुख ने कहा, ‘हमने राज्य के लोगों की भलाई के लिए काम किया है. वे लोग हमें चोर होने का आरोप लगाते हैं लेकिन भाजपा से बड़ा चोर कोई नहीं है. वे डकैत हैं.
पूरे जलपाईगुड़ी-अलीपुरद्वार इलाके में उन्होंने नया धर्म शुरू किया है. यह ‘दंगा’ धर्म है. यह स्वामी विवेकानंद अथवा रामकृष्ण परमहंस का हिंदू धर्म नहीं है.’
ममता ने कहा, ‘वे हिंदू-मुस्लम-सिख और ईसाई के बीच मतभेद पैदा करते हैं.’ मुख्यमंत्री ने भाजपा के चुनावी वादों को लेकर भी भगवा पार्टी पर निशाना साधा.