कालापानी पर नजर रखने के लिए नेपाल छांगरु में अपने जवानों के लिए मकान बनवाएगा. इसके लिए नेपाल सरकार ने 10 लाख रुपये जारी किए हैं.
बर्फबारी से बचने के लिए कमरों की छत को पत्थर, लकड़ी और मिट्टी से बनाया जाएगा.
सीमा विवाद के बाद नेपाल ने कालापानी, लिंपियाधूरा और लिपुलेख की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए छांगरु में किराए के भवनों में 160 जवानों को तैनात किया है.
स्थायी भवन बनाने के लिए पिछले वित्तीय वर्ष में 10 लाख रुपये भी जारी कर दिए थे.
शुक्रवार को भवन निर्माण की आधारशिला रखने के लिए गृहमंत्री रामबहादुर थापा भी पहुंचे थे.
सशस्त्र प्रहरी बल (एपीएफ) के प्रवक्ता राजू आर्यल ने बताया कि अधिक से अधिक बैरकों का निर्माण कराया जाएगा, ताकि भारत से लगने वाली सीमा पर दिन-रात नजर रखी जा सके.
छांगरु कंपनी की कमान डीएसपी धीरेंद्र शाह को सौंपी गई हैं.
भवन बनाने का काम नेपाल में तीन वर्ष में सर्वश्रेष्ठ काम करने वाली कंपनी को दिया गया है.
भवनों में पत्थर का काम 118 घनमीटर में, सीजीआई छत का काम 770 घनमीटर में और लकड़ी का 1908 घनमीटर में किया जा रहा हैं.
वहां 15 नाली भूमि पर तीन दर्जन कमरों का भी निर्माण किया जा रहा है.
साभार-अमर उजाला